सतना। जनता की सुरक्षा करने वाली जिला पुलिस खुद अब सुरक्षित नहीं है, बिना प्लॉन जल्दबाजी में उठाए गए कदम के चलते कई दफा पुलिस प्रशासन को उल्टा झटका सहना पड़ा है। रविवार को भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया जिसमें आरोपी को पकडऩे गई पुलिस खुद लूट का शिकार हो गई। हालांकि तीन दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है, लेकिन सतना पुलिस की हुई इस प्रकार की पिटाई का मामला पूरा दिन चर्चा का विषय बना रहा। शोसल मीडिया सहित सार्वजनिक चर्चाएं मामले को लेकर होती रही, कहा यह भी जा रहा है कि पुलिस के संरक्षण में पल रहे अपराधियों ने अब पुलिस पर ही भारी होने लगे है।
क्या है मामला…
जानकारी के मुताबिक रामनगर थाना पुलिस लौर थाना अंतर्गत सीतापुर काड़ी गांव में बकरी चोरी कर हत्या के आरोपियों की तलाश में पहुंची थी। जिसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ भी लिया था, लेकिन जैसे ही पुलिस अपने वाहन में आरोपी को बैठाकर आगे बढ़ी करीब 40 की संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को घेर लिया और वाहन के टायर से हवा निकाल दी। जिसके बाद पत्थर व डंडे से हमला कर पुलिस जवानों को घायल कर आरोपी को छुड़ा लिए। पुलिस पर हुए इस प्रकार के हमले से पूरे गांव में सनाका खिंच गया, इस घटना में पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटे आई जिनको मऊगंज सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया और उपचार हुआ।
पुलिस कर्मियों के साथ हो गई लूट
जानकारी के मुताबिक घटना में शामिल रहे पुलिस कर्मियों की पिटाई के अलावा ग्रामीणों ने उनके साथ लूट भी की, पुलिस कर्मियों से करीब पांच हजार रुपए व कई मोबाईल आरोपियों ने लूट लिए, जान बचाकर भागे पुलिस कर्मियों को पहले तो समझ नहीं आया लेकिन बाद में जानकारी हुई कि तीन मोबाइल व 5 हजार नकदी भी छुड़ा ली गई। फिलहाल लौर थाना पुलिस प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
सरपंच भी आरोपी
बता दे कि पुलिस पर हमला करने के मामले में 40 लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज है, जिसमें सीतापुर का सरपंच सब्दीर, जियाउल हक, सफीक, साहिबा बानो, हसमुद्दीन, मो.नाजिम, तासुद्दीन, गोले अंसारी, जिआउल, अजम, शाहबान सहित अन्य ने थे जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। कुछ आरोपियों को पुलिस ने पकड़ भी लिया है।
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