रीवा। शिक्षा विभाग को कलंकित करने वाले प्राचार्य मार्तण्ड स्कूल क्रमांक दो बुरी तरह फंस गए है। उनके करतूतों की जांच करने मंगलवार को जांच टीम मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 2 पहुंची। शिक्षक और कर्मचारियों के बयान लिए। बयान में ऑडियो की शिक्षकों ने पुष्टि की है। रिपोर्ट तैयार कर जेडी को सौंपी गई। जेडी ने आयुक्त लोक शिक्षण को जांच प्रतिवेदन भेज दी है। जांच रिपोर्ट में प्राचार्य अमरेश सिंह के खिलाफ टीम ने कार्रवाई की अनुशंसा की है। ज्ञात हो कि प्राचार्य और छात्रा के बीच बातचीत का एक ऑडियो शोसल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। इसमें प्राचार्य छात्रा को अकेले में स्कूल बुला रहे हैं। प्राचार्य छात्र को ब्लैकमेल करते हुए सुनाई दिए। छात्रा भी किसी बात को माता पिता को जानकारी न देने के बदले उनकी हर मांगों को पूरा करने की बात कहते हुए सुनाई दे रही है। ऑडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। रीवा से लेकर भोपाल तक इस ऑडियो की गूंज सुनाई दी। शिक्षा विभाग को कलंबित और दागदार करने वाला वाक्या सामने आने के बाद मामले में जांच बैठा दी गई है। आयुक्त लोक शिक्षण ने जेडी को जांच रिपोर्ट मंगलवार की दोपहर तीन बजे तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। आयुक्त लोक शिक्षण के निर्देश पर जिला परिवाद समिति ने मंगलवार को मार्तण्ड स्कूल क्रमांक दो पहुंच कर मामले की जांच की। स्टाफ से बयान लिए। बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर प्रतिवेदन जेडी लोक शिक्षण को सौंपी गई। जांच रिपोर्ट आयुक्त लोक शिक्षण को सौंप दिया गया ,टीम की रिपोर्ट के आधार पर प्राचार्य अमरेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में आदेश आयुक्त लोक शिक्षण मप्र अभय वर्मा ने जारी किए हैं।
चार सदस्यीय टीम ने की जांच
ऑडियो की जांच टीम में चार सदस्य शामिल रहे। जिला परिवाद समिति की अध्यक्ष आरती सिंह सहायक संचालक, योजना अधिकारी सुदामा गुप्ता, अनीता विश्वास शिक्षक मार्तण्ड स्कूल क्रमांक 1, डीपी सिंह कल्पना सेवा समिति शामिल रहे। चार सदस्यीय टीम ने मार्तण्ड स्कूल क्रमांक दो पहुंच कर सभी शिक्षकों के बयान दर्ज किए। शिक्षकों ने ऑडियो में प्राचार्य के आवाज की पुष्टि की है। जांच टीम ने बयान के आधार पर रिपोर्ट बनाकर कार्रवाई की अनुशंसा के साथ प्रतिवेदन जेडी को सौंप दिया है।
महिला शिक्षक और छात्राएं सुरक्षित नहीं
वायरल ऑडियो ने स्कूलों में पढऩे वाली छात्राओं और महिला शिक्षकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि छात्रा ने प्राचार्य के ब्लैकमेलिंग की ऑडियो वायरल नहीं किया होता तो इसके परिणाम गंभीर रूप से सामने आते। कई महिला शिक्षक और छात्राएं प्राचार्य की गंदी नीयत का शिकार होती। समय पर ऑडियो वायरल होने से प्राचार्य की करतूतों का पर्दाफाश हो गया।
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