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रीवा। शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता सीएम हेल्पलाइन में विभागीय अधिकारियों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन न करने पर कलेक्टर मनोज पुष्प ने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निलंबित किए जाने का प्रस्ताव कमिश्नर रीवा संभाग को भेजा है। उन्होंने कनिष्ठ अभियंता सिद्धमुनि दुबे, प्रधानाध्यापक आरएल दीपांकर, नायब तहसीलदार वंशराखन सिंह, शहरी स्वास्थ्य नोडल अधिकारी डॉ शरद सोंधिया, सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग केव्ही सिंह तथा खाद्य निरीक्षक नीलम उपाध्याय के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा है। उल्लेखनीय है कि उक्त अधिकारियों द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का अत्यंत कम निराकरण किया गया है। कलेक्टर ने राजस्व विभाग के तहसीलदार चन्द्रमणि सोनी, जितेन्द्र तिवारी, अजय मिश्रा, आरती त्रिपाठी को चेतावनी दी है कि सीएम हेल्पलाइन के 40 प्रतिशत से कम के निराकरण पर कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर मनोज पुष्प द्वारा विभिन्न विभागों की सघन मॉनीटरिंग की जा रही है। विभागीय अधिकारियों के अच्छे कार्य करने पर उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा कार्य में शिथिलता व लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के गोपनीय प्रतिवेदन में इसकी प्रविष्टि भी की जाएगी।
6 पटवारी निलंबित
कलेक्टर मनोज पुष्प ने 6 पटवारियों को निलंबित कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार संदीप रावत पटवारी हल्का हिनौती नईगढ़ी, गोपाल तिवारी हल्का तिवनी, कमल पाठक पटवारी हल्का डगडौआ नम्बर दो मऊगंज, नागेन्द्र साहू पटवारी हल्का चाक, रामाश्रय कोल हल्का कल्याणपुर तथा पवन सोनी पटवारी हल्का बैजनाथ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि कलेक्टर मनोज पुष्प के एक्शन के बाद पूरा दिन इस बात को लेके चर्चा होती रही कि अभी तक इस प्रकार से लापरवाही करने वाले कर्मचारियो पर किसी कलेक्टर द्वारा इस तरह की कार्यवाही नही की अभी तक जनता तत्कालीन कलेक्टर इलैयाराजा टी की कार्यवाहियों को लेके चर्चा कर रही थी लेकिन बीते कुछ दिनों में कलेक्टर द्वारा लिए गए एक्शन के बाद अब जनता के बीच तत्कालीन कलेक्टर को भूल कलेक्टर मनोज पुष्प की चर्चा होने लगी है। कहा जा रहा है कि जिस प्रकार से कलेक्टर ने अपराधियो पर कड़ी कार्यवाही व लापरवाह अधिकारियों पर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजा है उससे यह कहना गलत नही होगा की मनमानी करने वालो की अब खैर नही।