रीवा। नगर निगम में अधिकारियों के मनमानी के किस्से आम है, निगम के अधीन कार्य करने वाले ठेकेदार निगम के अधिकारियों की साठगांठ से फल-फूल रहे यह कोई नई बात नहीं है। इसको लेकर कई दफा विरोध भी हुए है, छोटे ठेकेदारों पर कार्यवाही कर दी गई तो बड़ो को बक्स दिया गया। ऐसा ही एक नाम हमेशा ही चर्चाओं में समदडिय़ा बिल्डर का रहा, इस बिल्डर का विरोध भी जमकर हुआ, विपक्ष में नेताओं ने जमकर विरोध किया तो सत्तापक्ष के कुछ लोगो को ने भी दबी आवाज में विरोध जताया, हां यह बात अलग है कि विरोध सिर्फ हो-हल्ला तक ही सीमित रहा किसी प्रकार की मनमानी सामने नहीं आ सकी और न ही इस बिल्डर के लिए शुरु हुई जांचे आज तक पूरी हुई। कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम के संचालन व रख-रखाव का ठेका भी समदडिय़ा बिल्डर को दिया गया, बिल्डर द्वारा इससे मोटी कमाई भी की जा रही है लेकिन यहां की व्यवस्थाओं को ठेका होने के बाद भी निगम देख रहा है, यहां तक की साफ-सफाई भी निगम अधिकारी करा रहे है, हाल ही में एक वीडियों शोसल मीडिया में वॉयरल हुआ जिसमें निगम की फॉयर ब्रिगेड मशीन से आडिटोरियम की दीवार को साफ किया जा रहा है, इसको लेकर जानकार आक्रोश भी जाहिर कर रहे है उनका कहना है कि जब ठेका निगम दे चुुका है और बिल्डर मोटी कमाई कर रहा तो निगम साफ-सफाई क्यों करा रहा है।
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राष्ट्रीय मुद्दा बना आडिटोरियम का टेंडर
विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रीवा दौरे पर आए थे, उन्होंने प्रदेश सरकार पर इ-टेंडरिंग में घपले का आरोप लगाते हुए ऑडिटोरियम का उदाहरण दिया था कि यह सबसे बड़ा जीता जागता नमूना है। इसके बाद से यह सुर्खियों में था। वहीं रीवा शहर में लगातार कई बड़े सरकारी प्रोजेक्ट समदडिय़ा ग्रुप को मिले हैं, जिसके चलते यह विवादों में रहा है। बीते पांच वर्षो से लगातार धरना-प्रदर्शन होते रहे हैं। नगर निगम ने ऑडिटोरियम के रखरखाव के लिए टेंडर जब जारी किया था, उसके पहले से ही आरोप लगाए जाने लगे थे कि उक्त गु्रप को देने के लिए शर्तें ही ऐसी रखी गई हैं कि दूसरे को अवसर नहीं मिले। इस भवन का निर्माण भी इसी ग्रुप ने किया था।
मेरी जानकारी में कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम के संचालन और रखरखाव का ठेका समदडिय़ा बिल्डर को दिया गया है, इसलिए इस आडिटोरियम से संबंधित तमाम जिम्मेदारी बिल्डर की है, निगम का इसमें साफ-सफाई कराने का कोई औचित्य ही नहीं है। अधिकारियों को मामले को संज्ञान में लेना चाहिए, इससे बिल्डर कमाई कर रहा है तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान उसे रखना चाहिए। बाहर गंदगी फैली रहती है।
नीरज पटेल, पूर्व वित्त प्रभारी ननि।