भोपाल. सोलह दिवसीय श्राद्ध पक्ष शनिवार से शुरू होंगे। इस बार 296 साल बाद विशेष संयोग बन रहा है। इससे पहले 1726 में संयोग बना था पांच ग्रह सूर्य सिंह राशि, चंद्र कुंभ राशि, बुध कन्या राशि, शुक्र सिंह राशि, शनि मकर राशि में रहेंगे। खास बात यह भी कि श्राद्ध पक्ष पूरे 16 दिन के रहेंगे।
जानकारों के मुताबिक भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से महालय श्राद्ध का आरंभ होता है। इस दौरान दो अमृत सिद्धि, दो सर्वार्थ सिद्धि और दो रवि योग आ रहे हैं। नक्षत्र मेखला की गणना अनुसार, 27 नक्षत्रों में 11वीं राशि में आने वाले 25वें नक्षत्र, जिनके देवता वरुण देव हैं।
इनकी साक्षी में श्राद्ध का आरंभ होना विशेष फलदायक रहेगा। इस नक्षत्र में किए जाने वाला श्राद्ध कर्म सौ प्रकार के तापों (पापों) से मुक्त करता है।
इन योगो से विशेष…
अमृत सिद्धि योग- 13 सितंबर सुबह 6.36 से रात्रि पर्यंत,
– 17 सितंबर सुबह 6.20 से 12.40 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग -11 सितंबर प्रात: 8.10 से रात्रि पर्यंत
-25 सितंबर सुबह 6.12 से रात्रि पर्यंत
रवि योग -16 व 17 सितंबर को रहेगा।