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सीधी/रीवा। सीधी में बीते 4 मार्च को हुई युवक की गौशाला में हत्या मामले में सीधी पुलिस पर लीपापोती का आरोप है। पुलिस ने निर्मम हत्या जैसे मामले में एक अधेड़ को आरोपी बनाया है जबकि हत्या करने वाले और मृतक युवक की उम्र में 20 साल का फर्क है। मृतक युवक 35 वर्ष का था व हत्या का आरोपी 55-60 वर्ष का ऐसे में वह अकेले कैसे युवक की निर्मम हत्या कर सकता है इस बात को लेके भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। फिलहाल पीड़ित परिवार ने आईजी रीवा को ज्ञापन सौंप सीधी पुलिस पर लीपापोती का आरोप लगाया है।
क्या है मामला…
ज्ञापन में ग्राम नौढिया जिला सीधी निवासी विनीता सिंह पिता गुलाब सिंह ने बताया है कि बीते 4 मार्च 2022 को मेरे भाई संजय सिंह को मेरे मौसी के घर से राजबहादुर सिंह लाला योजनाबद्ध तरीके से बुलाकर ले गए। उनके द्वारा अपने अन्य सहयोगी कृष्णप्रताप सिंह केशरी व अखंड प्रताप सिंह सहित अन्य साथियों को भी गौशाला में फोन करके बुलाया। इन सभी ने मिलकर मेरे भाई की निर्मम हत्या कर दी। जब मामले में पुलिस ने जांच की तो राजबहादुर सिंह व कृष्ण प्रताप सिंह गौशाला से घर जाने का समय 11 बजे बताए हैं लेकिन वीआरएस पैलेस के सीसीटीवी फुटेज में 1.15बजे रात उनकी पहचान हुई है। इसी प्रकार माधुरी के सीसीटीवी में 11.33 बजे गौशाला जाते हुए कृष्ण प्रताप व अखंड प्रताप जाते दिखे हैं। इनमे पुलिस ने सिर्फ अखंड प्रताप सिंह को आरोपी बनाया और पकड़ा है बाकी हत्या कर बिना किसी डर के घूम रहे है। पुलिस द्वारा मात्र एक व्यक्ति को आरोपी बना पूरे केस में लीपापोती कर दी गई है। कृपया मामले की स्पस्ट जांच कर कार्यवाही करने का कस्ट करें। भी की हत्या के बाद आरोपियो के इस प्रकार से खुले घूमने से जान माल का खतरा बना हुआ है।
परिवार पर आर्थिक संकट
बता दें कि ज्ञापन में विनीता सिंह ने बताया है कि भाई की मौत के बाद उनके परिवार पर आर्थिक संकट है। भाई का एक 6 वर्ष का बेटा व 5 वर्ष की बेटी है। कमाने वाला कोई नही है। ऊपर से खुले में आरोपी घूम रहे है। मांग की गई है कि सीधी पुलिस द्वारा की गई लीपापोती के लिए अलग से एक जांच टेंगठित की जाए एसआईटी नाइ टीम गठित कर मामले की जांच की जाए। ताकि हत्या के आरोपियो को कड़ी सजा मिल सके।