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सतना। लगातार लोकायुक्त एसपी के निर्देश पर रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्यवाही चल रही है लेकिन रिश्वतखोर हैं कि अपनी हरकतों से बाज नही आते। एक बार फिर लोकायुक्त पुलिस की गिरफ्त में एक रिश्वतखोर फंसा है जिसे पुलिस ने रंगे हाथ धरे दबोचा। पकड़ा जाने वाला रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक है। जो कि सतना के रामनगर थाना के हिनौती चौकी में पदस्थ है। प्रधान आरक्षक की इस करतूत ने एक बार फिर खाकी को शर्मशार कर दिया।
कैसे हुई कार्यवाही….
जानकारी के मुताबिक रामनगर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक राम सुरेश यादव हिनौती के ही रहने वाले पुष्पेंद्र सिंह से एफआईआर न करने के एवज में 10 हजार रुपये की मांग कर रहा था, बातचीत होने पर मामला 8 हजार में तय हुआ, 5 हजार तो प्रधान आरक्षक ने तुरंत ही झपट लिए जिसके बाद 3 हजार की मांग और कर पीड़ित को धमकाने लगा, पैसा न देने पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की बात करने लगा। पीड़ित ने जानकारी लोकायुक्त एसपी को रीवा आकर दी। जिसके बाद जांच कर रविवार देर रात तक जांच चलती रही। बताया गया कि इसी आरक्षक के साथ दिन में मारपीट हुई थी और वह वहां से लौट एमएलसी कराई जिसके बाद वह देर रात करीब 11 बजे रिश्वत लेने मुकुंदपुर चौकी पहुंच गया। ज़हे उसे रंगेहाथ पुलिस ने धर दबोचा।
बस से टूट गई थी बिजली की तार
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता पुष्पेंद्र सिंह के बिजली के तार में बस चालक ने टक्कर मार दी थी जिसके बस से प्रधान आरक्षक पीड़ित पर एफआईआर करने की बात कर रिश्वत देने की मांग कर रहा था। लगातार उसके फोन पीड़ित के पास पहुंच रहे थे, पीड़ित से 5 हजार लेने के बाद भी जब वह नही माना तो पीड़ित लोकायुक्त की शरण ली और रिश्वतखोर को पकड़वाया।