जबलपुर/रीवा। जिले के विभिन्न थानों में सेवा दे चुके टीआई संदीप आयाची एक बार फिर विवादों में हैं, उन पर महिला आरक्षक को झांसा दे शारीरिक संबंध बनाने का आरोप है। बता दें कि मामले की जांच के बाद जबलपुर एसपी के निर्देश पर जनवरी 2022 में दीआई के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद से वह अब तक फरार हैं और पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए है। मामले के बाद अब जबलपुर एसपी ने टीआई रहे संदीप आयाची के लिए पांच हजार का ईनाम की घोषणा की है और जानकारी देने वाले का नाम भी गुप्त रखा जाएगा और उसको यह ईनाम मिलेगा। बतादें कि महिला आरक्षक की उम्र मात्र 25 वर्ष है और टीआई 44 वर्ष के है और उनके दो बच्चे है, इनमें उनकी बेटी भी है जो 16 वर्षो की है। हालांकि टीआई संदीप आयाची का विवादों से पुराना नाता रहा है, रीवा में पदस्थापना के साथ-साथ जहां भी वह पदस्थ रहे उन पर सवाल खड़े किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला…
बता दें कि टीआई संदीप आयाची मामला दर्ज होने के पूर्व कटनी के बरही थाना में पदस्थ थे, घटना 20 जनवरी 2022 की है जब वह कटनी से अपने निवास जबलपुर में पहुंचे तो जबलपुर में पदस्थ महिला आरक्षक उनके घर पहुंच गई। आरक्षक ने टीआई से शादी करने की बात कही और टीआई ने जब इंकार कर दिया तो वह भड़क गई और हंगामा करने लगी, इसी बीच महिला आरक्षक ने जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को पूरा किस्सा सुनाया और सुसाइड की बात कह डालीए जिसके फोन कट कर वह गायब हो गई। इस बात को लेकर पुलिस महकमे में हंगामा मच गया। पुलिस उसे धूढ़ती रही, करीब साढ़े 5 बजे महिला आरक्षक मिली। जहां से दोनो को कोतवाली थाने बुलाया गया जहां देर रात तक हंगामा चलता रहा।
जबलपुर में पदस्थापना के दौरान हुआ प्रेम
महिला आरक्षक के अनुसार टीआई संदीप आयाची जब जबलपुर के मदनमहन व पनागर थाना में पदस्थ थे उस दौरान महिला आरक्षक और उनकी नजदीकियां बढ़ी। आरोप है कि टीआई ने महिला आरक्षक को अपनी पत्नी की तरह रखा और उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए।
हमेशा विवादों में रहे टीआई
बता दे कि टीआई संदीप आयाची हमेशा ही विवादों में रहते हैए इसके पहले भी टीआई की जब रीवा में पदस्थापना थी तो मूर्ति चोरी का प्रकरण दर्ज होने सहित राजू सिंह हत्याकांड में मोबाईल के हेरफेर में नाम सामने आया था। इसके अलावा उन पर रेप केस भी नरसिंगपुर में दर्ज हो चुका है। लोकायुक्त की कार्यवाही जब पनागर थाने में हुई तो वह सह आरोपी बनते हुए बचे थे। इसके अलावा भी उनकी कार्यप्रणाली को लेकर कई दफा सवाल खड़े हो चुके हैं।
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