रीवा। शारीरिक शोषण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, यह मामले इतने बढे हैं कि अब हर आत्महत्या करने वाली लड़कियों व महिलाओं को कही न कही शारीरिक शोषण के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। हाल में हुई एक किशोरी की आत्महत्या के मामले में ऐसे ही कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस जांच में जुटी हुई है। लौर थाना क्षेत्र के ग्राम पलिया दुबाव ने 17 वर्षीय किशोरी ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। सुबह घर वाले उसका शव फंदे में लटकते हुये देखा तो चीख-चिल्लाहट मच गई। बात जब गांव में फैली तो मातम सा छा गया। किशोरी की मौत पर लोग तरह-तरह के अटकले लगा रहे थे। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव को फंदे से उतार कर निरीक्षण किया तो मामला कुछ और ही निकल कर सामने आया। जिसे पुलिस ने दबाते हुये चुपचाप आरोपी पुष्पराज सिंह पिता समर बहादुर 32 वर्ष निवासी पलिया दुवान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने धारा 306 एंव एससीएसटी एक्ट के तहत कार्रवाई कर शनिवार के दिन न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। थाना प्रभारी लौर मनोज गौतम ने बताया कि घटना 5 जनवरी के रात की है। किशोरी खाना खाकर अपने कमरे में सो गई थी। सुबह उसका शव फांसी के फंदे पर मिला। शव निरीक्षण के दौरान किशोरी के कपड़े से एक सुसाईड नोट मिला जिसे वह अपने शरीर में छुपा कर रखी थी। सुसाईड नोट में किशोरी ने लिखा था कि पड़ोस में रहने वाला पुष्पराज सिंह पिता समर बहादुर सिंह उसे मोबाइल में लंबे समय से परेशान कर रहा है, जिसकी वजह से वह आत्महत्या कर रही है। पुष्पराज सिंह को सजा जरुर मिलनी चाहिये। मेरे घरवालों को परेशान न किया जाये उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है। सुसाईड नोट मिलते ही आरोपी को धर दबोचा और अपराध पंजीबद्ध करते हुये न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। बता दें कि ज़हे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की बात की जा रही है वही इस प्रकार के मामले आये दिन सामने आ रहे हैं, लेकिन इन पर रोक नही लग पा रही है।
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