सतना। जिले के शहरी क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला प्रकाश में आया है। इस मामले ने लोंगो कक गंदी सोच पर सोचने को मजबूर कर दिया है। इस गंदी सोच ने एक माँ का दर्द लोंगो को नही दिखने दिया और वह बीच सड़क तड़पता रहा। बेबस माँ गोहार तो लगती रही लेकिन उसकी पुकार सुनने वाला कोई नही था।दसअसल मामला सतना शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में विराट नगर में रहने वाली महिला कुसुम जो कि भिक्षा इकट्ठा कर अपना और अपने जवान बेटे के लिए दो टाइम के खाने का वंदुबस्त करती थी। बताया कि उसके बेटे संजय लाल पिता चंदू लाल की रविवार को मौत हो गई। मौत के बाद वह अकेले सड़क किनारे लाश लिए बैठी रही। कि दफा उसने लोंगो से मदद की गोहार लगाई लेकिन किसी ने नही सुनी। सुनना तो दूर कोई उसके पास खड़ा तक नही हो रहा था। बता दें कि मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो मौके पर पुलिस भी करीब 4 घण्टे बाद आई। तब तक माँ अपने बेटे को सीने से लगाये बिलखती रही। हालांकि जब पुलिस आई तो वाहन पर दो लोंग ही थे लेकिन स्टेचर के लिए 4 लोंग चाहिए थे। पुलिस ने भी लोंगो से मदद मांगी लेकिन वह आगे नही आये। लेकिन हेड काँस्टेबल टीकम सिंह द्वारा वाहन बुलवाकर बुलाया गया और शव को मरचुरी भेजा गया। बताया गया कि महिला को पति ने घर से निकाल दिया था जिसके बाद उसके मायके वालों ने भी नही सुनी तो माँ और बेटा इसी प्रकार भिक्षा मांगकर अपना गुजारा कर रहे थे।
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