रीवा। नगर निगम के पार्षद प्रत्याशियो के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार घोषित किए थे। कुछ उम्मीदवारों को जीत के बाद में भी टिकट कुछ मनमानी नेताओ के चलते नही दिए गए। जैसे ही लिस्ट जारी हुई तो इस बात को लेकर कार्यकर्ताओ का आक्रोश फूट पड़ा। सबसे ज्यादा नाराजगी वार्ड 15 के पूर्व पार्षद अशोक पटेल की पत्नी नीतू पटेल की टिकट कटने को लेके देखी गई। वजह यह थी कि पिछले पंच वर्षीय पार्षद रहते हुए अशोक पटेल झब्बू ने भाजपा की सरकार होते हुए भी लड़ाई लड़ते हुए वार्ड में कई विकास कार्य कराए और जनता के बीच सक्रिय रहे। जनता की हर छोटी-बड़ी समस्याओं के लिए खड़े रहे।
इस बात को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं व जनता का आक्रोश फूटा और वह अशोक पटेल के समर्थन में उतर गए। उन्होंने इस बात का पूरा विरोध किया जिसके बाद कांग्रेस को बैकफुट पर आकर नया आदेश जारी करना पड़ा। इस आदेश में पूर्व में घोषित प्रत्याशी की जगह नीतू पटेल पति अशोक पटेल झब्बू को टिकट दी गई। बता दें कि टिकट काटने की वजह स्थानीय पदाधिकारियों की मनमानी चर्चाओ में बताई जा रही थी। उनके द्वारा अपने बर्चस्व को दिखाने जीते हुए प्रत्याशी की टिकट काट दी गई ऐसा खुलकर कहा जा रहा था। हालांकि इस बात की जानकारी राजधानी स्तर पर वरिष्ठ पदाधिकारियों को हुई तो उन्होंने नया आदेश जारी किया है जिसमे वार्ड 15 से प्रत्याशी नीतू पटेल को बनाया गया है।
बता दें कि जैसे ही इस बात की जानकारी कार्यकर्ताओ में हुई तो वह अशोक पटेल के घर पहुंचे और बधाई दी। सैकड़ो की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओ ने हाई कमान को इस बदलाव के लिए आभार भी जताया है। वही बताया गया कि हाई कमान ने वार्ड 7 के प्रत्याशी में भी बदलाव किया है। पहले प्रियंका सिंह को प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन अब सुचित्रा अग्निहोत्री को टिकट दी गई है। वही चर्चाओ में यह भी कहा जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर जिन पदाधिकारियों ने प्रत्याशियो के टिकट काटे थे वह फिर नए आदेश में परिवर्तन कराने के लिए लगे हुए हैं और वह हाई कमान को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।