भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने अपने तीन नेताओ को पार्टी निकाल बाहर किया है। यह वह नेता है जिनका काला चिट्ठा हाल में ही सामने आया था। इनके इस कर्म के चलते भाजपा ने इनका साथ छोड़ इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया है। यह तीनों प्रदेश सरकार के मंत्री के काफी करीबी बातये जा रहे थे, मामले सामने आने के बाद मंत्री ने भी इनसे किनारा करते हुए इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया है। बता दें कि एमपी में हाई लेवल पर चल रहे सेक्स रैकेटो का खुलासा आये दिन हो रहा है। इतना ही नही यह रैकेट इतने हाई प्रोफाइल हैं कि इनमें पैसा कमाने के लिए लड़के अपना जेंडर तक बदल डाल रहे हैं। और इनकी गिरफ्त में युवा के साथ-साथ उम्रदराज व जनता को देश भक्ति व समाज सेवा का भाव दिखाने वाले नेता भी फंसे हुए है।
शनिवार को ऐसे ही सेक्स रैकेट का खुलासा एमपी पुलिस ने किया है। इंदौर के खंडवा में विजय नगर थाने में शगुन आर्केड में चल रहे स्पा सेंटर में चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। यंहा पकड़े गए 18 आरोपियों में 3 आरोपी भाजपा के पदाधिकारी भी हैं। चर्चा थी कि यह तीनों प्रदेश सरकार के वन मंत्री विजय शाह के काफी करीबी हैं और घर मे यह कह कर निकले थे कि वह पार्टी की मीटिंग में जा रहे हैं और स्पा सेंटर पहुंच गए, जहा पुलिस ने उनको धर दबोचा, इन तीनो समेत सभी को जेल भेज दिया गया है। संचार सूत्रों के अनुसार पकड़े गए भाजपा पदाधिकारियो में युवा मोर्चा खालवा मंडल के उपाध्यक्ष वरुण यादव, महामंत्री विवेक नामदेव और कार्यकर्ता अशोक सिंगला शामिल थे, BJP जिला अध्यक्ष सेवादास पटेल ने बताया कि मंडल अध्यक्ष ने दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी दी थी इसके बाद दोनों को वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर बाहर कर दिया गया है।
वही वनमंत्री विजय शाह ने भी सफाई इस मामले में कार्यकर्ताओं से अपने सम्बंध को लेकर कहा कि उनके प्रोग्राम होते रहते है ऐसे में किसी ने मेरे साथ फोटो खींच ली तो इसका मतलब यह नही की वह मेरे करीबी है और उनसे मेरा व्यक्तिगत संबंध है। बता दें कि पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में इस सेक्स रैकेट में अजीबो गरीब खुलासे हुए थे, बताया गया था कि इस स्पा सेंटर में 10 थाईलैंड की युवतियां पकड़ी गई है, पांच के पासपोर्ट की जांच हुई तो पता चला कि वह पहले युवक थीं। बाद में वह जेंडर बदल शी-मैन बन गईं, इनको खालवा के पदाधिकारी युवती समझ गए थे। बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर भाजपा कार्यकर्ताओ के चरित्र पर विपक्ष ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं जिसके बाद BJP ने यह कार्यवाही की है।