रीवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से आपदा प्रबंधन दल के सदस्यों से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की चुनौती बड़ी है। प्रदेश में संक्रमण तेजी से फैल रहा है लेकिन जन सहयोग से कोरोना संकट का मुकाबला करेंगे और इससे जीतेंगे। हमने कोरोना से लडऩे की हर जिले में तैयारी कर ली है। हमें घबराने की नहीं सजग होकर कोरोना संकट से लडऩे का प्रयास करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े मेलों और अधिक संख्या वाले आयोजन पर प्रदेश भर में प्रतिबंध रहेगा। किसी हॉल के अंदर कोई प्रशिक्षण अथवा अन्य कोई कार्यक्रम होता है तो हाल के क्षमता के 50 प्रतिशत व्यक्ति ही शामिल हो सकते हैं। प्रदेश के सभी स्कूल 31 जनवरी तक बंद रहेंगे। इसके बाद कोरोना की स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जायेगा। खुले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में 250 से अधिक व्यक्तियों की शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। प्री-बोर्ड की परीक्षाएं घर से ही होगी। खेल प्रतियोगिताएं दर्शकों के बिना आयोजित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सर्वाजनिक स्थल पर मास्क का उपयोग अनिवार्य करें। जनप्रतिनिधि तथा सामाजिक संगठन भी लोगों को जागरूक करें। कोरोना से उपचार की व्यवस्था पर्याप्त है। आक्सीजन प्लांट, बेड, दवायें तथा जांच की सुविधा पहले से बहुत बेहतर हुई हैं। कोरोना सैम्पल की जांच का परिणाम 24 घंटे में देना सुनिश्चित करें। जो व्यक्ति संक्रमित पाये जाते हैं उन्हें होम आईसोलेशन रहने पर कोविड कमांड सेंटर से प्रतिदिन संपर्क करें। उन्हें तत्काल दवाओं का किट उपलब्ध करायें। साथ ही होम आईसोलेशन के निर्देशों का पर्चा भी दें। हर जिले निर्धारित लक्ष्य के अनुसार टेड्डस्टग अनिवार्य रूप से करें। जिले में सभी फीवर क्लीनिक तत्काल शुरू करा दें। हर जिले में कम से कम एक कोविड केयर सेंटर भी तत्काल शुरू करा दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण अधिकांश जिलों में अच्छा हुआ है जिसके कारण कोविड का प्रकोप बहुत सीमित है। अब तक केवल 3 प्रतिशत रोगी ही अस्पतालों में भर्ती हैं शेष 97 प्रतिशत होम आईसोलेशन में उपचार करा रहे हैं। लेकिन आगे संक्रमण बढऩे पर हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। जिन जिलों में टीकाकरण कम है वे लक्ष्य के अनुसार टीके लगायें यदि पलायन के कारण लोग नहीं है तो उसकी सूची उपलब्ध कराये।
कोविड कमांड सेंटर को पूरी सक्रियता से चलायें। सांसद तथा विधायकगण भी कोविड कमांड सेंटर जाकर होम आईसोलेशन के रोगियों से संपर्क कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर निजी अस्पतालों में कोरोना के उपचार के अनुबंध तत्काल कर लें। निजी अस्पतालों में भी निर्धारित दरों में ही रोगियों का उपचार सुनिश्चित करें। कोरोना के उपचार के लिए संसाधनों की किसी भी तरह की कमी नहीं होनी दी जायेगी। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में भाग लेते हुए कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि स्कूलों में दर्ज 15 से 17 वर्ष के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। जो बच्चे छूट गये हैं उन्हें राशन कार्ड के आधार पर चेक करके टीके लगाये जाय। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी ने बताया कि रीवा जिले में कोरोना की प्रथम डोज 97 प्रतिशत व्यक्तियों को तथा दूसरी डोज 95 प्रतिशत व्यक्तियों को लगायी जा चुकी है। कोविड कमांड सेंटर तथा आयुर्वेद हास्पिटल में कोविड सेंटर शुरू कर दिया गया है। दवाओं आक्सीजन आदि की पूरी व्यवस्था कर दी गयी है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में पूर्व मंत्री एवं विधायक रीवा राजेन्द्र शुक्ल, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े, सीएमएचओ डॉ.बीएल मिश्रा, मेडिकल कालेज के डीन डॉ.मनोज इंदुरकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वमा, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ1 प्रमोद पाठक, उप संचालक डॉ. एनपी पाठक, उप संचालक सतीश निगम, डॉ. हरिशचन्द्र द्विवेदी, नरेश काली तथा परमजीत सिंह डंग उपस्थित रहे।
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