रीवा। यदि आपके पास पक्का मकान नही है, आप आवास हीन है तो आज हम आपको ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहे है जिसकी मदद से कई आवाश हीनो को आवास मिल गया। यदि आप इसके मानक पर खरे उतर रहे है तो आप अब आवास हीन नही रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा पर कार्यपालन यंत्री एपी शुक्ला खरे उतरे है, उनकी मंशा के अनुसार गरीब बेघरो को पक्के आवास दिए गए है। यह कार्य पीएम आवास योजना के तहत किया गया है। केन्द्र से मिली जिम्मेदारी पर कार्यपालन यंत्री एपी शुक्ला सहित उनकी टीम ने सफलता पाई है और पीएम की मंशा को पूरा किया। अब तक 4969 लोगो को पक्के मकान रीवा शहर के भीतर दिए जा चुके है। नगर निगम की योजना ने शहर के आवासहीनों को पक्का मकान बनाने रुपए भी दिए और जो हितग्राही भूमिहीन थे उनको बना बनाया मकान भी मुहय्या कराया गया है। आलम यह है कि शहर के अधिकतर आवासहीनों के पास अब खुद का पक्का मकान है। इस पक्के मकान में वह निवास भी करने लगे है। यह सब केन्द्र सरकार के अमृत प्रोजेक्ट की पीएम आवास योजना के तहत किया गया है। नोडल अधिकारी एपी शुक्ला व पीएम आवास सेल में तैनात टीम ने हितग्राहियों को इस योजना का लाभ दिया। शायद यहीं वजह है कि नगर निगम में अमृत प्रोजेक्ट के तहत संचालित सभी योजनाओं में पीएम आवास योजना अब तक की सबसे सफल योजना मानी गई है। इस योजना के तहत नगर निगम में दिए गए लाभ को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा भी निगम अधिकारियों की सराहना की है।नोडल की टीम में यह शामिल- नगर निगम आयुक्त मृणाल मीना के मार्गदर्शन में पीएमआवास सेल में नोडल अधिकारी कार्यपालन यंत्री एपी शुक्ला के नेतृत्व में सहायक नोडल अधिकारी एसएल दहायत सहित सहायक यंत्री संतोष पांडेय सहित अन्य काम कर रहे है। जिनके कार्य की प्रशंसा शासन स्तर पर कई बार की जा चुकी है।
इस प्रकार से दिया गया लाभ…
बता दे कि शुरुआत में निगम अधिकारियों को पीएम आवास की बीएलसी योजना के तहत 1928 लोगो को ढ़ाई लाख रुपए आवास बनाने के लिए देने का लक्ष्य दिया गया, अन्य नगर निगमों की अपेक्षा यह लक्ष्य कम था, शायद लक्ष्य आवंटन के दौरान ननि अधिकारियों के पुराने रिकार्ड को देख माना गया होगा कि इसे पूरा करना ही निगम के लिए चुनौती होगी लेकिन डीपीआर कार्यपालन यंत्री एपी शुक्ला के नेतृत्व में बनाया गया और उनके द्वारा इनमें से पात्र 1879 हितग्राहियों को बीएलसी के तहत राशि दी गई। जब लाभ दिया ही जा रहा था कि इसी बीच कार्यपालन यंत्री एपी शुक्ला ने दूसरे डीपीआर की मांग कर ली और 387, तीसरे डीपीआर में 405, चौथे डीपीआर में 556 व पांचवे डीपीआर में 272 लोगो को बीएलसी घटक के तहत पक्का निर्माण के लिए राशि दिलाई गई। वर्तमान में 285 लोगो का छठा डीपीआर बनाया गया था जिसमें 203 लोगो की स्वीकृति भोपाल से मिल गई है और इसे दिल्ली भेजा गया है। जल्द ही स्वीकृति मिलने की बात कही जा रही है। भोपाल से स्वीकृति मिलते ही 220 लोगो का सातवां डीपीआर भी निगम में तैयार कर लिया गया है जिसमें 127 लोग अभी पात्र मिले है। पीएम आवास योजना के एएचपी घटक के तहत बने-बनाए मकान हितग्राहियों को मुहय्या कराना है। योजना में 2240 लोगो को आवास देने का लक्ष्य दिया गया है। निर्माण 1736 आवासों का शुुरु कराया गया। इसमें 1470 लोगो को आवंटन भी पक्के आवास का किया जा चुका है।
ज्यादा से ज्यादा पक्के आवास देेने का प्रयास—
नोडल अधिकारी एपी शुक्ला का कहना है कि उनका यही प्रयास है कि शहर के आवासहीनों को अधिक-अधिक से लाभ देकर पक्का आवास उन्हेंं दिला सके। बताया कि निगम में पहुंचने वाले आवेदनों के आधार पर प्रशासक डॉ.इलैयाराजा टी व निगमायुक्त मृणाल मीना के मार्गदर्शन में शासन से मांग की जा रही है, शासन से स्वीकृति भी मिल रही है। 3499 लोगो को बीएलसी घटक के तहत पक्का मकान बनाने के लिए किश्त जारी की जा चुकी है। 1470 लोगो को मकानों का आवंटन किया जा चुका है। अभी प्रयास जारी है।
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