सभी ताजा खबरें पढ़ने के लिए कृपया जरूर जुड़े🙏
Join Now
रीवा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जिला इकाई ने सोमवार को राज्यपाल के नाम जिला कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अभाविप ने तमिलनाडु में मत परिवर्तन से पीडि़त छात्रा लावण्या को न्याय दिलाने की मांग उठाई गई। ज्ञापन में नगर सहमंत्री रिशु तिवारी ने बताया कि सेक्रेड हार्ट्स हाई स्कूल, तंजावुर, तमिलनाडु के छात्रा एम. लावण्या की आत्महत्या से अभाविप और देश का पूरा युवा बेहद सदमे और पीड़ा में है। यह हमें क्रोध दिलाता है कि लावण्या को ईसाई मत में जबरन मतांतरण के लिए हुई भयावहता के कारण अपना जीवन समाप्त करना पड़ा। पीडि़ता ने सचेत अवस्था में रिकॉर्ड किए एक वीडियो में अपनी गवाही दर्ज कराई है। देश भर में कई मिशनरी स्कूल द्वारा बड़े पैमाने पर चलाये जा रहे मतांतरण को संज्ञान में लेने का जिक्र ज्ञापन में किया है। संगठन ने ज्ञापन में मांग रखी है कि सभी ईसाई मिशनरी स्कूलों में संस्थागत इंजीलवाद का अंत किया जाना चाहिए।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि संस्थागत इंजीलवाद का अभ्यास नहीं किया जाता है। चर्च और मस्जिदों को स्कूलों से अलग करने के लिए एक उचित नियामक ढांचे को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। जबरन धर्मांतरण को एक दंडनीय अपराध बनाया जाना चाहिए और इसलिए मतांतरण विरोधी कानून की बहुत आवश्यकता है और इसे राज्य और पूरे देश में समय पर लागू करना अनिवार्य है। लावण्या जैसे छात्रों के साथ हो रही क्रूरता को प्रकाश में लाने के लिए उचित और पारदर्शी जांच कराई जाये। इस दौरान जिला संयोजक कमल नयन तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हिमांशु मिश्रा, नगर विस्तारका पूर्णिमा सिंह, विभाग छात्रा प्रमुख शालू नापित, पीएन पांडेय, स्वाति सिंह, जान्हवी तिवारी, खुशबू पटेल, अभिनय सिंह, अर्पित, लक्ष्मी नारायण, दिव्या शुक्ला, अभिषेक, पूजा, अजीत सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
०००००००००००