रीवा। कलेक्टर मनोज पुष्प ने ग्राम पंचायत जोरौट की सरपंच श्रीमती सावित्री सेन द्वारा विगत 16 अगस्त को ग्राम सभा बैठक के आयोजन के दौरान उनके पति श्री भगवानदीन सेन एवं उनके पुत्र सुरेश सेन द्वारा उपस्थित होकर ग्राम सभा की कार्यवाही संचालित करायी गयी। सरपंच सावित्री सेन कार्यवाही के दौरान मूकदर्शक बनी रही। अतरू कलेक्टर ने सरपंच को पद से पृथक करने हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कलेक्टर ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के स्पष्ट निर्देश हैं कि निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के स्थान पर ग्राम पंचायत व ग्राम सभा की बैठकों का संचालन उनके पति एवं अन्य परिजनों द्वारा करना वर्जित है। यदि कोई सरपंचए पंचए पति महिला सरपंच के स्थान पर ग्राम सभा की बैठकों का संचालन करते हुए पाया जाता है तो संबंधित महिला सरपंच को विधिवत हटाये जाने की कार्यवाही की जायेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े ने ग्राम पंचायत भलुहा कोठार के नवनिर्वाचित सरपंच योगेन्द्र शुक्ला एवं उनके पुत्रों द्वारा ग्राम रोजगार सहायक को परेशान करने एवं शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने पर पद से पृथक करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि ग्राम रोजगार सहायक पूनम पाण्डेय ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि 15 अगस्त को आयोजित ग्राम सभा में सरपंच स्वयं उपस्थित न होकर अपने पुत्र एवं भतीजे को भेजकर ग्राम सभा संचालित करने एवं ग्राम सभा में अपने बड़े भाई रामरक्षा शुक्ला को मुख्य अतिथि के रूप में बैठाकर ग्राम सभा को अनाधिकृत रूप से संचालित कराया गया। सरपंच के पुत्र अनिरूद्ध शुक्ला सेल्समैन के पद पर कार्यरत हैं। ग्रामवासियों को आवंटित खाद्यान्न वितरित नहीं किया गया और शराब पीकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। इस पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सरपंच योगेन्द्र शुक्ला को पद से पृथक करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी की है।
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