रीवा। पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है, इस तीसरी लहर का बड़ा कारण कोरोना के नए वैरीएंट ओमिक्रॉन को माना जा रहा है, प्रदेश में भी इस वैरीएंट ने अपनी गिरफ्त में लोगो को ले लिया है, कई जिले इससे प्रभावित है। रीवा में भी जब कई माह बाद मरीज मिले तो स्वास्थ्य विभाग के मन में ओमिक्रॉन का डर समा गया, लोगो के बीच ओमिक्रॉन के रीवा में दस्तक देने की खबरे चर्चा में आ गई। स्वास्थ्य विभाग ने बिल्कुल देरी न करते हुए गत दिसंबर अंतिम सप्ताह में मिले महिला क्रिकेट टीम के कोच के सेंपल दिल्ली भेज दिए। जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को मेडिकल कॉलेज पहुंची है। तो अब हम आपको बता दें कि फिलहाल रीवा ओमिक्रॉन से सुरक्षित है, रीवा में ओमिक्रॉन ने दस्तक नहीं दी है। तो अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि रीवा में ओमिक्रॉन नहीं है तो कौन सा वैरीएंट असर कर रहा है तो हम आपको बता दें कि रीवा में फिलहाल डेल्टा वैरीएंट के मरीज मिल रहे है! दिल्ली से आई इस खबर ने फिलहाल लोगो को राहत दी है, वहीं स्वास्थ्य विभाग भी इस रिपोर्ट से राहत की सांस ले रहा है। हालांकि महिला कोच के बाद अब तक 15 मरीज मिल चुके हैं, इनमें कौन सा वैरीएंट है इस बात की पुष्टि के लिए भी सेंपल भेजे जा रहे है जिनकी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ क्लीयर हो पाएगा। बता दे कि दिल्ली में ही जांच सुविधा होने से काफी समय रिपोर्ट आने में लग जाता है, दिल्ली में देश भर से सेंपल भेजे जाते है, कम से कम 15 दिन रिपोर्ट आने में लगते है। 21 दिसंबर को मरीज मिला था, 6 जनवरी को रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को मिली है। हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन रीवा में जीनोम सिक्वेसिंग की जांच के लिए प्रयासरत है, जल्द ही प्रयासो से यह सुविधा मिल सकती है।
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महिला कोच के पॉजिटिव आने के बाद जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली सेंपल भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट आई है, ओमिक्रॉन वैरीएंट मरीज के सेंपल में नहीं मिला है। फिलहाल डेल्टा का असर ही रीवा में है। बाद में मिले मरीज के सेंपल भी दिल्ली जांच के लिए भेजे गए है।
डॉ.अमरेश निगुडगी, मेडिकल कॉलेज रीवा।