रीवा। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए जहां सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का नाम अब लोगों की जुबान में आने लगा है, वहीं इसमें सामने आ रही कमियों को लेकर भी लोग इसकी चर्चा करते हंै। लगातार निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की पोल खुल रही है। केएमव्ही कंपनी द्वारा कराए गए निर्माण कार्य में व्यापक पैमाने पर अनियमितता सामने आ चुकी है। मामले को अस्पताल प्रबंधन द्वारा गंभीतरा से लिया गया और गुणवत्ता की जांच के लिए एक टीम बनाई गई। जिसमें इंजीनियर सहित अन्य को शामिल किया गया है। इस टीम द्वारा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कई बिंदुओं पर निरीक्षण किया गया। जिसकी रिपोर्ट टीम अस्पताल प्रबंधन को देगी और इसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। माना जा रहा है कि करोड़ों से तैयार हुए सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का मनमानी निर्माण में अब ठेकेदार व उसे शह देने वालों की पोल खुलकर सामने आ सकती है।
लगातार उठ रहे सवाल
करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार सुपर स्पेशलिटी के कंस्ट्रक्शन की गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पहले चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्थानीय अफसरों के निरीक्षण के दौरान भवन के प्लास्टर और दीवार के बीच स्पेस आने को लेकर कसावट लायी गई थी। अफसरों ने इसे ठीक कराने के लिए कहा था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। इसके अलावा हॉस्पिटल परिसर में कई ऐसे निर्माण हैं जिनकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। उदाहरण के तौर पर फाल सीलिंग की छत कमजोर है, जो कि कई दफा नीचे गिर चुकी है। गनीमत रही की कोई बड़ा हादसा अब तक नहीं हुआ है। इसकी भी जांच टीम ने की है।
दीवारों में सीपेज
हल्की बरसात में ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की छत चूने लगती है। वहीं तेज बारिश हुई तो बारिश का पानी पूरे अस्पताल के अंदर प्रवेश कर जाता है। यहां तक कि वार्ड और ओटी में भी बरसात का पानी पहुंचता है, जिससे भर्ती मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अस्पताल के चिकित्सकों को भी मरीजों का उपचार करने में मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं। इस मामले की शिकायत पर इंजीनिरिंग कॉलेज की टीम से जांच कराने का निर्णय लिया गया था। अब टीम जांच कर रही है।
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इंजीनियरिंग कॉलेज के इंजीनियर सहित अन्य जांच टीम में हैं। उनके द्वारा अस्पताल में विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने पर ही आगे की जानकारी होगी।
डॉ. अक्षय श्रीवास्तव, अधीक्षक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल
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