रीवा। जिले में अचानक इस समूह की आबादी इतनी बड़ी की जिम्मेदार खुद हैरान हैं कि आखिर इस समूह के इतने लोंग अचानक जिले में पहुंचे कैसे, हालांकि इसको लेके खोज बीन जारी है। दरअसल जिले में वर्ष 2021 की मतदाता सूची( इलेक्टर फाइनल एसएसआर-2021) के अनुसार अनुसार कुल 15 ट्रांसजेंडर वोटर हैं। कोरोना टीकाकरण में वर्तमान में 18 प्लस आयु वालों को ही कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है, जिससे जिले में 15 ट्रांसजेंडर को वैक्सीन लगने का रिकार्ड कोविन पोर्टल में होना चाहिए। लेकिन कोविन पोर्टल के अनुसार रीवा जिले में 505 ट्रांसजेडर को वैक्सीन लगना बताया जा रहा है। अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब 18 प्लस आयु वाले ट्रांसजेंडरों की संख्या 15 हैं तो 505 ट्रांसजेंडरों को वैक्सीन कैसे लग गई। इतने ट्रांसजेंडर रीवा में मिले कैसे। या तो प्रशासन द्वारा तैयार की गई मतदाता सूची गलत है या फिर पोर्टल में स्थानीय जिम्मेदारों की सूचना पर वैक्सीन लगने की दी गई जानकारी गलत है। हकीकत जो भी हो, यह गंभीर जांच का विषय है। बता दें कि वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के समय ट्रांसजेंडर वोटर की संख्या जिले में 10 थी। यह गड़बड़ी कहां से हो रही है इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं। जहां एक तरफ बिना वैक्सीन लगे ही लोगों को वैक्सीनेटेड के मैसेज भेजे जा रहे हैं वहीं अब जनसंख्या से ज्यादा वैक्सीन लगने के मामले भी सामने आ रहे हैं।
हर जिले में यही हाल…
ट्रांसजेंडर को जनसंख्या से ज्यादा वैक्सीन लगने का मामला संभाग के हर जिले में सामने आ रहा है। सतना में कुल 38 ट्रांसजेंडर वोटर हैं लेकिन कोविन पोर्टल के अनुसार सतना में 469 ट्रांसजेंडर को वैक्सीन अब तक लगाई जा चुकी है। वहीं सीधी में कुल 8 ट्रांसजेंडर वोटर हैं, जिसमें 172 और सिंगरौली में कुल 14 वोटर हैं लेकिन 241 ट्रांसजेंडरों को वैक्सीन लगाने का दावा किया जा रहा है। इनमें यदि सेकंड डोज को भी शामिल किया जाए तो भी यह संख्या आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। जिस पर यकीन कर पाना बहुत ही मुश्किल है।
संभाग भर में विधानसभा वार ट्रांसजेंडर मतदताओ की संख्या….
विधानसभा मतदाता
रीवा 09
देवतालाब 02
मऊगंज 03
गुढ़ 01
सिरमौर 00
सेमारिया 00
त्योंथर 00
मनगवां 00
सीधी 02
चुरहट 03
सिहावल 03
चितरंगी 00
सिंगरौली 10
देवसर 04
धमनी 00
सतना 11
चित्रकूट 01
रैंगाव 07
नगौद 08
मैहर 09
अमरपाटन 02
रामपुर बघेलान 00
बढ़ते ही जा रहे आंकड़े….
बता दे कि संभाग भर में ट्रांसजेंडरों की संख्या आबादी से अधिक कोविंन पोर्टल में बढ़ती ही जा रही है और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार सिर्फ जांच कराने की ही बात करते आ रहे है। इस मामले को पूर्व में अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया था उन्होंने हैरानी जताते हुए जांच की बात कही थी लेकिन पोर्टल पर आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है इससे साफ है की इस मामले में कोई कार्यवाही अब तक नही हुई।
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