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रीवा। राजनिवास बहुचर्चित रेप केस में अखिल भारतीय ब्राम्हण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय त्रिपाठी को दुष्कर्म के आरोपी महंत सीताराम दास के सहयोगी के रूप में जेल भेजा गया है, संजय त्रिपाठी की गिरफ्तारी से चर्चाएं शुरु हो गई थी कि इस प्रकार से संघ बनाकर लोग अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। वहीं अब शहरी क्षेत्र के एक महिला प्राध्यापक को धमकाने का मामला प्रकाश में आया है। हैरानी की बात यह है कि धमकी देने वाला भी अपने आप को विंश्व हिंदू ब्राम्हण समाज का अध्यक्ष अपने आप को बता रहा है। महिला प्राध्यापक ने इसकी शिकायत महिला थाने में दर्ज कराई है। जानकारी के मुताबिक दी गई शिकायत में टीआरएस कॉलेज की महिला प्राध्यापक ने बताया कि वह विज्ञान संकाय में अध्यापन कार्य करती हैं। बताया कि उनके द्वारा कॉलेज के छात्रों के लिए वट्सअप ग्रुप बनाया गया था, जिसके लिए उनके द्वारा एक लिंक छात्रों को दिया गया था। इस लिंक के माध्यम से ग्रुप में कुछ लोग ऐसे जुड़ गए जो कॉलेज के छात्र नहीं थे या उनको वह जानती नहीं थी। इसलिए उनके द्वारा ऐसे बिना जानकारी वाले लोगो को ग्रुप से बाहर कर दिया। मंगलवार को दोपहर करीब 1.36 बजे मोबाईल नंबर 7999653616 से कॉल आया और बात कर रहे युवक ने अपना नाम अभिनय तिवारी बताया और किसी कॉलेज के किसी छात्रा के भाई होने बात कही और कहा कि आपने ने मुझे ग्रुप से बाहर कर दिया है फिर ग्रुप में जोडि़ए और अभद्र तरीके से बात करते हुए धमकाने लगा। इतना ही नहीं यह भी कहा कि यदि ग्रुप में नहीं जोड़ोगी तो मैं शिकायते करूंगा। महिला प्राध्यापक ने उसे ग्रुप से जोडऩे से मना किया तो वह और उग्र हो गया और देख लेने की धमकी देने लगा। जिसके बाद महिला प्राध्यापक ने मामले की शिकायत एसपी नवनीत भसीन से की है।
एसपी ने दिए तत्काल कार्यवाही के निर्देश
महिला प्राध्यापक ने जब मामले की लिखित शिकायत एसपी नवनीत भसीन से की तो उन्होंने मामले को तत्काल संज्ञान में लिया और थाना प्रभारी सिविल लाइन हितेन्द्रनाथ शर्मा से बात की और कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद महिला प्राध्यापक को सिविल लाइन थाने भेजा गया और थाना प्रभारी ने भी मामले को तत्काल संज्ञान में लिया और युवक को तत्काल फोन लगाया। हालांकि थाना प्रभारी की बात सुन युवक गिड़गिड़ाने लगा और माफी मांगने की बात करता रहा। फिलहाल किसी प्रकार की एफआईआर मामले में दर्ज नहीं हुई है लेकिन महिला प्राध्यापक ने आवेदन वापस नहीं लिया और और युवक पर कार्रर्वाई की मांग कर रही है।
प्राचार्य ने दी थाने में जाने की नसीहत
बता दें कि एसपी आफिस जाने से पहले महिला प्राध्यापक ने टीआरएस कॉलेज प्राचार्य डॉ.केके शर्मा से मौखिक रूप से की गई, हालांकि मामले को संज्ञान में लेकर किसी प्रकार की कार्यवाही बात कहने की जगह उन्होंने प्राध्यापक को बताया कि उनके पास भी उक्त युवक का फोन आया था और वह अपने आप को विश्व हिंदू ब्राम्हण समाज का अध्यक्ष बता रहा था। कार्यवाही की बात पर प्राचार्य ने थाने में जाकर शिकायत करने की बात कही और कहा कि आप भी शिकायत करो कल को वह भी शिकायत करेगा। हालांकि जब इस संबध में प्राचार्य से बात हुई तो उन्होंने कार्यवाही की बात की है लेकिन महिला प्राध्यापक को दिए गए इस प्रकार के जवाब से प्राचार्य की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इस प्रकार के असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही कराने की जगह प्राचार्य उनके पक्ष में बात करते दिखे।
महिला प्राध्यापक की शिकायत मिली हैं, ऐसे मामले में थाने में शिकायत होनी चाहिए। अपने स्तर पर हम भी कार्यवाही करेंगे। मामला संज्ञान में है।
डॉ.केके शर्मा, प्राचार्य टीआरएस कॉलेज।
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महिला प्राध्यापक की शिकायत आई थी, जिसके बाद संबंधित युवक को फोन पर बात की गई और समझाइश दे दी गई है।