रीवा। स्वास्थ्य सेवाओं में रीवा जिले में कई नई उपलब्धिया वर्ष 2021 में मिली है, कोरोना की तीसरी लहर के बाद जिले में 25 सौ एलपीएम से अधिक का आक्सीजन प्लांट स्टॉल किया जा चुका है। इसके अलावा भी कई आधुनिक लैबों की शुरुआत की गई। इसी क्रम में अब रीवा जिले में मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट टेस्ट लैब की शुरुआत होने वाली है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जगह किा चिंहांकन किया जा रहा है। 65 लाख रुपए की लागत से इस लैब का निर्माण कराया जाएगा। फिलहाल यह टेस्ट के लिए जिले के सेंपल जबलपुर में स्थित लैब में भेजे जाते है। इसका सीधी फायदा टीबी के रोगियों को मिलेगा। अभरी जिले में टीबी के मरीजों को अब जांच रिपोर्ट के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जल्द ही टीबी जांच लैब की सौगात रीवा को मिलेगी। मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ता है, लेकिन इस लैब के शुुरु होने के बाद चंद घंटों या सेंपलों की संख्या अधिक होने पर दूसरे दिन अधिकतम समय लगने पर रिपोर्ट मिल जाएगी। जिले में क्षय रोग से पीडि़त संभावित मरीजों की संख्या में इजाफा न हो इसके लिए यह लैब काफी मददगार साबित होगी। चिकित्सकों की माने तो प्रारंभिक स्तर पर मरीजों को 6 माह के लिए चार प्रकार की दवा खिलाई जाती है। दूसरे चरण में 8 माह तक नियमित पांच प्रकार की दवा। यदि इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो उनके एमडीआर (मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट) की जांच कराई जाती है। जिसके बाद उनका उपचार किया जाता है। यह जांच पूरी तरह से निशुल्क होगी।र ीवा में टीबी जांच लैब बनने के बाद रीवा जिला ही नहीं सीधी, सतना व सिंगरौली सहित शहडोल संभाग के सभी जिलो व आस-पास के राज्यों के लोगो को भी काफी राहत मिलेगी। वह यहां आकर टीबी की जांच करा सकेंगे।
यह है लक्षण
– 3 हफ्ते से अधिक समय कि खांसी
– खांसी या बलगम में खून आना
– पूर्व की तुलना में भूख कम लगना
– बिना तेजी से बेवजह वजन कम होना
– रात के समय अधिक पसीना आना
– शाम के समय निरंतर बुखार आना
– एक महीने से ज्यादा समय का बुखार कमजोरी
– एक महीने से ज्यादा समय तक सीने में दर्द
– गले के पास सूजन या गांठ का होना
– पीठ में दर्द और पैरों में कमजोरी महसूस होना तो तत्काल चिकित्सको का परामर्श ले।
टीबी जांच के लिए रीवा में लैब बनाई जाएगी, इसके लिए 65 लाख रुपए बजट है, स्थान चिंहित कर जल्द ही काम शुरु किया जाएगा। इसमें एमडीआर टेस्ट होगा, अभी सेंपल जबलपुर भेजे जाते है।
डॉ. बीएल मिश्रा, सीएमएचओ रीवा