रीवा। जिले की कमान संभाल रहे कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी द्वारा समय-समय पर समाज हित में ऐसे निर्णय लेते रहते है जो चर्चाओं में तो रहते ही है इसके अलावा जिले की जनता को इससे काफी राहत भी मिलती है, मंगलवार को उनके द्वारा लिया गया एक ऐसा ही निर्णय काफी चर्चाओं में रहा और लोगो ने इसकी जमकर सराहना भी की है। दरअसल समाज में बेटा-बेटी में फर्क करने वालो की कमी अब भी नहीं है, ऐसे फर्क करने वालो को ही कमाई का जरिया कुछ नर्सिंग होम संचालक बना रहे है और उनकी इस मानसिकता से लाखों रुपए ऐंठ भी रहे है। ऐसे नर्सिंग होम संचालको व ऐसी मानसिकता रखने वालो पर जिला प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन द्वारा नकेल कसी जाती है लेकिन अब इसके लिए और नया रास्ता खोजा गया है, इसके अनुसार अब भ्रूण परीक्षण कराने वालो की जानकारी देने वाले लोगो को समाजसेवा के साथ-साथ दो लाख रुपए ईनाम भी जिला प्रशासन द्वारा दिया जाएगा। इसकी घोषणा मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी द्वारा की गई है। यह घोषणा उनके द्वारा पीसी एडं पीएनडीटी एक्ट के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक में की है। पहले ईनाम की राशि एक लाख थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर दो लाख कर दिया गया है, स्ट्रिंग आपरेशन कर भी ऐसे नर्सिंग होम की पोल खोलने वालो को दो लाख का ईनाम दिया जाएगा।
भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम तथा पहचान गुप्त रखा जाएगा, बताया गया कि प्रकरण का चालान कोर्ट में प्रस्तुत करने पर मुखबिर को एक लाख 25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रोत्साहन राशि के रूप में 75 हजार रुपए, न्यायालय में अपराध सिद्ध होने के बाद दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक चाकघाट के समीप उप्र में भी इस प्रकार के भ्रूण परीक्षण करने वालो की दुकाने चल रही है, जिला स्तर पर भी इनके दलाल सक्रिय है, यह दलाल स्वास्थ्य विभाग सहित प्राइवेट नर्सिंग होमो में भी सक्रिय होने की चर्चाएं आम है। इतना ही नहीं विवि मार्ग, अमाहिया मार्ग, प्रयागराज मार्ग, जेल मार्ग सहित कुछ ऐसे मार्ग चर्चाओं में हमेशा ही रहते है जहां भू्रण परीक्षण होने की बात लोगो के बीच होती है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
०००००००००००००