रीवा। कोरोना की दो लहरों ने जिले में कोहराम मचाया, लोगो का घर से निकलना बंद हुआ ही न जाने कितनी जिंदगियां भी समाप्त हो गई। इसी बीच अब तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। इसको लेकर तैयारियां की जा रही है। बीच में अभी एक कोरोना का मरीज गत 21 दिसंबर को मिला तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। दुनिया में इन दिनो ओमिक्रॉन वैरीएंट से पीडि़त मरीज ज्यादा आ रहे है। रीवा जिले में मिला मरीज किस वैरीएंट का है, कहीं यह ओमिक्रान तो नहीं इसके लिए सेंपल दिल्ली भेजा गया है। इसके साथ ही एक प्रस्ताव भी दिल्ली मेडिकल कॉलेज की तरफ से भेजा गया है कि रीवा में भी वैरीएंट का पता लगाने एक लैब स्थापित की जाए। बता दे कि इस लैब के लिए स्वीकृति मिल भी गई है। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने भी बताया था कि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए अभी सेंपल दिल्ली भेजने पड़ते थे लेकिन उनके आग्रह पर पांच मशीनें केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.मनसुख मांडविया ने प्रदान की है। जिनको भोपाल, इंदौर सहित ग्वालियर व जबलपुर सहित रीवा मेडिकल कॉलेज में लगाई जाएगी। बता दे कि जल्द ही इस मशीन को मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आपसी मंथन भी कर रहे है। इस मशीन के स्थापित होने के बाद सेंपलों को बाहर नहीं भेजना पड़ेगा रीवा में ही सेंपलो की जांच हो जाएगा। रीवा ही नहीं आस-पास के अन्य जिलों को भी इससे राहत मिलेगी।
अभी तक नहीं हुई जानकारी—
पूर्व में भी कोरोना मरीजों के सेंपल दिल्ली जांच के लिए वैरिएंट का पता लगाने भेजे गए थे, लेकिन जिम्मेदारों के मुताबिक इनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई। बीच में अगस्त व जुलाई माह में कोरोना के वैरिएंट की जानकारी के लिए सेंपल भेजे गए थे, लेकिन इनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई। जिससे यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास अब तक नहीं है कि कौन सा वैरिएंट किस समय जिले में रहा और मरीज किससे ज्यादा पीडि़त हुए।
0000000
जीनोम सिक्वेसिंग मशीन जल्द ही स्थापित की जानी है, इस पर कार्यवाही चल रही है। इसके बाद जिले से सेंपल दिल्ली नहीं भेजना पड़ेगा। नए कोरोना मरीज का सेंपल भी दिल्ली भेजा गया है। रीवा में कोरोना का कौन सा वैरीएंट असर कर रहा है।
डॉ.बीएल मिश्रा, सीएमएचओ रीवा।
०००००००००००००