नई दिल्ली। मप्र में कांग्रेस सरकार गिरी उसकी बड़ी वजह कांग्रेस के विधायको ने स्तीफा दे भाजप का दामन थाम लिया था, जब कांग्रेस विधायको ने स्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा तो भाजपाईयों ने बड़े जोश के साथ उनका स्वागत तो किया ही साथ ही यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा ठीक नहीं जिससे परेशान विधायकों ने स्तीफा दिया है लेकिन अब यूपी की भाजपा सरकार के विधायक एमपी के कांग्रेस की तर्ज में ही भाजपा को ही झटका दे रहें है। विधानसभा चुनाव के पूर्व इस प्रकार झटका भाजपा के लिए घातक माना जा रहा है। यूपी में एक और भाजपा के विधायक ने स्तीफा दिया है, यह 98, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद क्षेत्र के विधायक डॉ.मुकेश वर्मा है जिन्होंने स्तीफा दे दिया है। यह प्रदेश सरकार में सरकारी पंचायत राज समिति के सदस्य भी हैं। बता दें कि यह दो दिन में भाजपा विधायकों में सातवां स्तीफा है, इसके पहले भी 6 विधायकों ने स्तीफा दे सपा का दामन थामा है। बता दें कि एमपी के तर्ज में पर विधायकों का स्तीफा देकर दल बदलने की बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है, वहीं भाजपा के इस झटके से एमपी के कांग्रेसियों में खुशी है, कांग्रेसियों का कहना है जो गंदी राजनीति भाजपा ने एमपी में की वह उस पर ही उल्टी पड़ रही है और भाजपा की गंदी विचारधारा को छोड़ पार्टी को छोडऩे की विधायकों ने झड़ी लगा रखी है।
बता दे कि विधायक डॉ.मुकेश वर्मा ने स्तीफा देते हुए कहा है कि भाजपा की सरकार द्वारा 5 वर्षो के कार्यकाल में दलित, पिछड़ो, और अन्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न उन्हें उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा दलितो, पिछड़ा वर्गो, किसानों व बेरोजगारों और छोटे-लघु एवं मध्यक श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षा की गई। प्रदेश सरकार की ऐसी कूटनीतिपरक रवैये के कारण वह भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मत्री स्वामी प्रसाद मौर्य शोषित पीडि़तो की आवाज है और वह हमारे नेता है मैं उनके साथ हंू। बता दे कि इस प्रकार से विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में लगी स्तीफो की झड़ी के कई मतलब निकाले जा रहे है, इससे योगी सरकार को झटका लगने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि चुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो वक्त ही बताएगा।
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