रीवा। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉ. पी.सी द्विवेदी के खाते से दस लाख रूपए पार करने वाला अंतर्राज्यीय ठग गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। झारखंड से सायबर सेल व अमहिया पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के बैंक एकाउंट से पैसा निकालने में माहिर थे। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से 9 लाख 89 हजार रूपये जप्त किए हंै। गौरतलब है कि विगत माह 21 अप्रैल को अमहिया थाने में मामले की शिकायत पूर्व डीन, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ पी.सी द्विवेदी ने दर्ज कराई थी। क्रेडिट कार्ड संबंधी असुविधा होने पर उन्होंने गूगल पर बैंक की वेबसाइट को सर्च किया, जिसमें दिए गए कस्टमर केयर नंबर से उन्होंने बात की। इसके बाद उनसे आनलाइन फ ार्म भरवाया गया और ओटीपी लेकर आरोपियों ने 10 लाख रूपये निकाल लिए। मामले की शिकायत के बाद अमहिया पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। सायबर सेल रीवा से जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में शामिल आरोपी जामताड़ा (झारखण्ड) में रहते हंै। जिसके बाद सायबर सेल रीवा उनि गौरव मिश्रा एवं अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल की संयुक्त टीम को जामताड़ा झारखण्ड के लिये रवाना किया गया। झारखण्ड में अलग-अलग जगह दबिश देकर पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उन्हें रीवा लाया गया।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
पकड़े जाने के बाद ठगराजों ने वारदात के तरीके के संबंध में पुलिस को बताया कि वो एक गिरोह के रूप में घटना को संचालित करते थे। हमारी टीम का एक साथी जो कंप्यूटर के संबंध में जानकारी रखता है वह विभिन्नों बैंकों की फर्जी वेबसाइट फ र्जी डोमेन का सहारा लेकर बनाता था और उसको गूगल पर अपलोड कर देता था। जब कोई बैंक कस्टमर खाते संबंधी समस्या आने पर संबंधित बैंक के कस्टमर केयर का नंबर गूगल पर सर्च करता है तो वहां पर हमारी फेक वेबसाइट भी खुल जाती है, जिस पर हमारे द्वारा प्रदान किया गया मोबाइल नंबर उपलब्ध होता है। जैसे ही कस्टमर उस दिये गये नंबर पर फ ोन लगाता है तो उससे बैक कर्मचारी बनकर बात करके उससे उसके खाते की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर लेते हैं या एक गूगल फ ार्म उसी वेबसाइट पर भरने के लिये कहते हैं। खाते की सारी जानकारी प्राप्त होते ही गिरोह के लोग पैसे ट्रांसफ र किये जाने के विभिन्न प्रकार के डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हुये उन पैसों को अपनी सुविधानुसार गिरोह के सदस्यों के बैंक खातों में ट्रांसफ र कर लेते हैं। इसके बाद एटीएम बूथ के माध्यम से निकाल पैसा लेते हैं। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन खरीदारी में उक्त पैसों का उपयोग करते हैं। आरोपियों के संबंध में पुलिस व अन्य किसी को जानकारी ना हो इसके लिये वो अपनी सिम व मोबाइल नंबर बदलते रहते हैं और उक्त संपूर्ण घटनाक्रम को अपने निवास स्थान से दूर जाकर संचालित करते हैं। जिससे किसी को उनके मोबाइल की सही जानकारी प्राप्त न हो सके। आरोपी एक फ र्जी वेबसाइट व फ र्जी कस्टमर केयर नंबर को एक निश्चित समय तक उपयोग करने के बाद गूगल से उसे हटाकर उसे अपनी बैंक संबंधी फ र्जी नई वेबसाइट बनाकर नया कस्टमर नंबर प्रदान कर गूगल पर अपलोड करते थे। इसके बाद पुन: घटना को संचालित करते थे।
नकदी, एटीएम सहित एक दर्जन मोबाइल बरामद
ठगी करने वाले आरोपियों से पुलिस ने 9 लाख 89 हजार रूपये नकद के साथ ही 3 पासबुक, 6 एटीएम कार्ड, 12 मोबाइल फ ोन एवं सिम कार्ड जब्त किए हैं। आरोपियों को पुलिस ने एक दिन की रिमांड में लिया है। मामले में आरोपी मुसर्रफ अंसारी पिता गफ्फ ार मिया उम्र 29 निवासी कर्माटाण जिला जामताड़ा झारखण्ड, मनुवर अंसारी पिता मुस्तफ ा अंसारी उम्र 30 निवासी कर्माटाण जामताड़ा व फैज आलम पिता मोहम्मद मंसूर आली उम्र 20 निवासी रिंगों-चिंगों जामताड़ा झारखण्ड को गिरफ्तार किया गया है।
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