You will get Rs 1000 for this purpose in Rewa, you will have to dial this number sitting at homeM: जिले भर में अभियान चलाकर अनुपयोग और खुले बोरवेल बंद कराए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद पंचायत तथा पीएचई विभाग एवं शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय बोरवेलों का सर्वेक्षण कर रहे
हैं। अनुपयोगी तथा खुले बोरवेलों को बंद कराया जा रहा है।
इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि आपदा प्रबंधन के लिए जिले में हेल्पलाइन नम्बर पर खुले बोरवेल, नलकूप एवं ट्यूबवेल के संबंध में जानकारी दी जा सकती है। इसका मोबाइल नम्बर 7648862100 है। इस पर खुले बोरवेल की फोटो अथवा वीडियो सहित सूचना देने वाले को एक हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा। साथ ही बोरवेल के मालिक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करके कार्यवाही की जाएगी। जिला प्रबंधक लोक सेवा केन्द्र रविकांत पाण्डेय को इस कार्य के लिए नोडल नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल के निर्देश के अनुक्रम में नगर पालिक निगम एवं
एसडीईआरएफ द्वारा संयुक्त रूप से शहर एवं ग्रामीण स्तर पर नदी के विभिन्न 14 घाटों पर जनसमुदाय को
जागरूक करने के परिप्रेक्ष में चेतावनी संकेतक लगाया जाकर नदी के जलस्तर की जानकारी दी गई है।
वीरेन्द्र सिंह जिला सेनानी होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन के निर्देशन में विकाश कुमार पाण्डेय एसडीईआरएफ
प्लाटून कमाण्डर एवं शम्भू पाण्डेय सहायक टीम प्रभारी द्वारा घाटों का निरीक्षण किया गया।
मेडिकल कालेज एवं टीआरएस कालेज के कुछ छात्रों को घाट पर तैरते एवं सोशल मीडिया की रील बनातें पाया गया जिन्हें
एसडीईआरएफ टीम प्रभारी द्वारा जलाशय से दूर रहने की समझाइश दी गई तथा उनके परिजनों को भी इस बारे
में अवगत कराया गया। जिला प्रशासन एवं एसडीईआरएफ इकाई रीवा ने सभी परिजनों एवं आम जनता से अपील
की है कि अपने बच्चों एवं स्वजनों को नदी, तालाब, नहर एवं प्रपातों में जाने से रोके तथा जलाशयों में हो रही
घटनाओं में रोक लगाने में जिला प्रशासन का सहयोग करें।