When the car was parked behind the car in SGMH, the doctors got angry and sat on strike in the parking lot:विंध्य क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल संजय गांधी अस्पताल में व्यवस्थाएं पूरी तरह से दम तोड़ रही हैं। अव्यवस्थाओं के चलते यहां आने वाले मरीज और उनके परिजन तो परेशान होते ही हैं, बल्कि यहां मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सोमवार को मरीजों का उपचार कर वापस लौट रहे जूडा एसोसिएशन के अध्यक्ष का वाहन ही नहीं निकल पा रहा था। जिससे नाराज होकर उपाध्यक्ष धरने पर बैठ गए। हालांकि घंटो मशक्कत के बाद उनको शांत कराया गया और वह घर गए।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को मरीजों का इलाज करके जब जूडा एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. आशय द्विवेदी वापस लौट रहे थे, जैसे ही वह पार्किंग में खड़े अपने चार पहिया वाहन के पास पहुंचे तो देखा कि उनके वाहन के पीछे एक वाहन और खड़ा है। पहले तो उसका इंतजार किया गया और करीब जब वह 15-20 मिनट तक वह नहीं आया और वाहन नहीं हटा तो वह भड़क उठे। अध्यक्ष ने पार्किंग में अव्यवस्थाओं को लेकर वहीं पर धरने पर बैठ गए। हालांकि बाद में ट्रैफिक पुलिस के वाहन द्वारा क्रेन मंगवाकर वाहन को हटवाया गया और वाहन निकलने के बाद अध्यक्ष आशय द्विवेदी घर के लिए रवाना हुए।
ट्रेफिक पुलिस ले गई कार
बताया गया कि अध्यक्ष डॉ. आशय द्विवेदी के धरने पर बैठने के बाद उनके द्वारा ट्रैफिक पुलिस को सूचना दी गई, करीब आया घंटे के बाद ट्रैफिक पुलिस ने अपना वाहन भेजा और गाड़ी को ले गए। हालांकि नाराजगी कम होने के बाद डॉ. आशय ने वाहन मालिक पर चालानी कार्यवाही न करने के लिए भी ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों से कहा और ठेकेदार से बातचीत भी कि भविष्य में इस प्रकार की अव्यवस्थाएं न हो कि जिससे मरीजों व चिकित्सकों को परेशान होना पड़े।
आए दिन बनी रहती है समस्या
इस संबंध में अध्यक्ष डॉ. आशय द्विवेदी ने बताया कि आए दिन इस प्रकार की समस्या बनी रहती है। बाहर से आने-जाने वालों के लिए अलग पाकिंग है लेकिन उनके द्वारा मनमानी तरीके से कहीं भी वाहन खड़ा कर दिया जाता है, जिससे कई बार एम्बुलेंस को निकलने में भी परेशानी होती है और मरीज दर्द से तड़पता रहता है। इसी प्रकार यदि चिकित्सक को इमरजेंसी में मरीज को देखना है तो वह पहले वाहन को पार्क करने और वाहन निकालने में ही परेशान हो जाते हैं। कई दफा इसको लेकर प्रबंधन और ठेकेदार सहित गार्ड को बोला गया लेकिन अव्यवस्था बढ़ती ही जा रही है।