लोकसभा निर्वाचन 2024 में रीवा लोकसभा क्षेत्र में दिव्यांग और 85 साल से अधिक
आयु के बुजुर्ग मतदाताओं से घर-घर जाकर डाकमत पत्र से मतदान कराया जा रहा है। जिले भर में 67 दल
निर्धारित रूटों पर भ्रमण करके 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को मतदान करा रहे हैं।
विधानसभा क्षेत्र मऊगंज में कलेक्टर मऊगंज अजय कुमार श्रीवास्तव ने बुजुर्ग मतदाता प्रेमवती बाई के घर जाकर उनसे मतदान कराया।निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार 87 वर्षीय प्रेमवती बाई को डाकमत पत्र के माध्यम से घर से ही वोट डालने\की सुविधा दी गयी है। बुजुर्ग महिला मतदाता ने पूरे उत्साह के साथ मतदान किया। इस अवसर पर सहायक
रिटर्निंग आफीसर तथा एसडीएम राजेश मेहता भी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में डेंगू, मलेरिया की रोकथाम हेतु लगातार प्रयास किये
जा रहे है। इस संबंध में जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती स्मृता नामदेव ने बताया कि जनवरी माह से अब तक
रीवा जिले में 94 और मऊगंज जिले में 15 डेंगू के मरीज पाये गये हैं। रीवा नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न वार्डों में
34 डेंगू के पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिले में अब तक डेंगू की जांच के लिए 2420 व्यक्तियों के नमूनें लेकर
उनकी जांच करायी गयी है इनमें से 109 के नमूने पॉजिटिव मिले हैं। डेंगू से बचाव के लिए जिला स्तरीय एवं
विकाखण्ड स्तरीय दलों द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है।
जनवरी माह से अब तक 27317 घरों में 33238
कूलर तथा अन्य कन्टेनरों की जांच की गयी है। इनमें से 12 में मच्छर के लार्वा पाये गये इन कन्टेनरों की साफ-
सफाई कराकर दवा का छिड़काव कराया गया। अब तक 16537 अनुपयोगी बर्तनों में भरे पानी को खाली कराया
गया। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मलेरिया एवं डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों व आशा कार्यकर्ताओं के कार्य की नियमित
समीक्षा की जा रही है। उनसे फीवर सर्वे, लार्वा सर्वे एवं विनिष्टीकरण की रिपोर्ट लगातार ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर रूके हुए साफ पानी में अंडे देते हैं इसलिए कूलर तथा
कंटेनरों में पानी 3-5 दिन से ज्यादा जमा न होने दें। कुलर तथा पानी के बड़े बर्तनों की सप्ताह में एक बार सफाई
अवश्य करे। छत पर एवं घर के पीछे रखे अनुपयोगी सामान टूटे बर्तन, मटके, खुली टंकियां, बेकार फेंके हुए टायर,
गमले इत्यादि में बारिश का पानी जमा न होने दें। पानी से भरे कंटेनरों को ढक्कर रखे ताकि मच्छर उसमें अंडे न
दे सके।
लार्वा विनिष्टीकरण हेतु अनुपयोगी पानी में जला हुआ इंजन आयल कैरोसीन खाने का तेल डाला जा सकता
है। सोते समय मच्छरदानी लगाए। पूरी बांहे के कपड़े पहने। खिड़की दरवाजों में मच्छर रोधी जाली लगाए। बुखार
आने पर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां की निःशुल्क जाँच शासकीय अस्पताल में कराये।