रीवा, सरकारी नौकरी के नाम पर ढाई-ढाई लाख की ठगी, महिला बाल विकास विभाग की कर्मचारी पर लगा आरोप, एक युवक और दो युवतियां हुई ठगी का शिकार, पीड़ितों का आरोप पुलिस नहीं कर रही सहयोग…
रीवा। रीवा में एक बार फिर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों के साथ ठगी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।पीड़ितो ने ठगी करने का आरोप रीवा के ही कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित महिला बाल विकास विभाग की एक महिला कर्मचारी पर लगाया है।उनका कहना है कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में कार्यरत महिला कर्मचारियों ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनके साथ ढाई ढाई लाख रुपए की ठगी की है।
तकरीबन 2 साल से चल रहे इस ठगी के घटनाक्रम के बाद भी पीड़ितों को ना तो नौकरी मिली और ना ही पैसा, ऐसे में पीड़ित बीते दो दिनों से सिविल लाइन थाने के चक्कर काट रहे थे, इसके बाद आज उनकी शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।मामले में पीड़ित विवेक कुमार पांडे निवासी आमिलकी थाना गोविंदगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि अंजलि पटेल नामक महिला कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत है।
पीड़ित विवेक के मुताबिक अंजलि से उसकी मुलाकात कलेक्ट्रेट परिसर में ही हुई थी, जिसने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ढाई लाख रुपए लिए इतना ही नहीं फरियादी की दो महिला मित्र अनुरागिनी सिंह और शिखा सिंह से भी नौकरी दिलाने के नाम पर ढाई ढाई लाख रुपए लिए गए, लेकिन अब तक उन्हें ना तो नौकरी मिली और ना ही पैसा वापस मिला।
ठगी का शिकार हुये पीड़ित अंजलि से अपना पैसा वापस लेने के लिए काफी कोशिश करते रहे लेकिन जब अंजलि ने उनसे संपर्क करना ही बंद कर दिया तो उन्होंने न्याय के लिए पुलिस थाने का दरवाजा खटखटाया और अपनी शिकायत दर्ज कराई ।
मामले में पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और दर्ज कराई गई शिकायत को जांच में लेते हुए अंजली नाम की महिला के संबंध में पतासाजी शुरू कर दी है।