रीवा। स्वास्थ्य विभाग मेें घोटालों की बड़ी लंबी फेहरिश्त है, हैरानी इस बात की है कि खुद तो अधिकारी इन घोटालों को पकड़ नहीं पाते और जब पकड़ लेते हैं तो इसे जांच के नाम पर ही अटका दिय जाता है। बीते 9 जनवरी 2024 को जांच के आदेश कलेक्टर कार्यालय से हुए लेकिन अब तक जांच स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरी नहीं कर पाए। जब आदेश दिए गए तो सीएमएचओ डॉ.केएल नामदेव थे, उन्होंने मामले को दबाया लेकिन अब सीएमएचओ डॉ.संजीव शुक्ला हैं और उनके संज्ञान में यह मामला ही नहीं लाया गया।
कर्मचारियों ने कलेक्टर कार्यालय से आए इस आदेश को दबा दिया। बता दें कि शिकायत कर्ता बृजनाथ तिवारी निवासी बाणगंगा पुलिस लाइन शहडोल की शिकायत पर जांच के आदेश दिए गए थे। शिकायत में बताया गया था कि डॉ बी एल मिश्रा के विरूद्ध आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो जिला रीवा (मप्र) में अपराध क्रमांक 51/12 में धारा 467/468/471/420/ 409, 120 बी व अपराध क्रमांक 17/8 दिनांक 21/01/2008 के तहत मामला पंजीबद्ध है। इसके साथ ही डॉ.बीएल मिश्रा के विरूद्ध आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो जिला रीवा (मप्र) में अपराध क्रमांक 192/14 दिनांक 17/11/2014 व पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय रीवा में अपराध क्रमांक 30/15 दिनांक 25/02/2015 आय में अधिक संपत्ति अर्जित करने का प्रकरण पंजीबद्ध है। डॉ.बीएल मिश्रा के विरूद्ध संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल के पत्र क्रमांक 4/ शिका /सेल/ सीधी/ 2023/ 866 भोपाल दिनांक 07/06/2023 के द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही एवं जांच प्रचलन में है।
डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा 21/06/2023 से 13/09/2023 के बीच स्टोर से 2 करोड़ रुपए के बीच खरीद फरोख्त किया गया। जिसमें किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। साथ ही जो पुराने कंडम वाहन नहीं चलते हैं, उन गाडिय़ों के नाम पर 250000 रुपए का फर्जी डीजल बिल एवं उनकी मरम्मत के नाम पर 150000 रुपए का बिल ड्रावल किया गया। साथ ही डॉ.विवेक कुमार पटेल मेडिकल ऑफिसर सीएचसी रायपुर के नाम पर फर्जी तरीके से पत्र क्रमांक/ लेखा/ 2023/ 14423 दिनांक 21/08/2023 को रुपए 402000 का भुगतान किया गया। जब जिले के अन्य डॉक्टरों को भी यह जानकारी लग गई एवं वह भी माँग करने लगे। आरोप है कि तब डॉक्टर बीएल मिश्रा के द्वारा पत्र क्रमांक/ लेखा/ 2023/ 15853-57 दिनांक 08/09/2023 के द्वारा लिपिकीय त्रुटि दर्शाकर रिकवरी पत्र जारी किया गया। यह भी आरोप है उक्त चिकित्सक से 402000 में से 250000 रुपए स्वयं बीएल मिश्रा ले चुके थे, अत: उस डॉक्टर से वसूली नहीं हो सकी।
शिकायत में यह भी आरोप है कि डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा कूटरचित तरीके से जिले भर के कर्मचारियों से पैसा वसूलकर मनमानी तरीके से एक ही दिन में नोटशीट तैयार कर उनका स्थानांतरण कर दिया गया जबकि वह उक्त दिनांक को सीएमएचओ थे ही नहीं। डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला रीवा में आईईसी प्रचार प्रसार में बिना टेंडर प्रक्रिया के लाखों की प्रिंटिंग बिल लेकर फर्जी भुगतान किया गया।
डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला रीवा के अंतर्गत सफाई मद से 20 लाख रुपए का फिनाइल एवं झाडू-पोछा की फर्जी खरीदी का बिल लगाकर शरद पाठक डैम द्वारा भुगतान किया गया जबकि अस्पतालों की सफाई हेतु एजेंसी नियुक्त है। डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा सुरक्षा मद से बिना टेंडर प्रक्रिया के 40 लाख रुपए का भुगतान सुरक्षा एजेंसी को किया गया।
एजेंसी द्वारा कर्मचारियों को कैश पेमेंट दिखाकर लाखों का लेन-देन डॉ.मिश्रा की शह पर संतोष तिवारी लेखापाल द्वारा किया गया। डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा कर्मचारियों से 500 रुपये प्रति कर्मचारी से चन्दा लेकर कंबल के नाम पर लिया साथ ही कंबल खरीदी का बिल लगाकर फर्जी तरीके से पीएचसी एवं सीएचसी से भुगतान भी कराया गया। डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा जिला सीधी में पदस्थगी के दौरान 12 लाख रुपए का चश्मा एवं डायरी का खरीदी घोटाला किया गया।
जबकि कोविड के दौरान स्कूल बंद थे, तब भी चश्मा खरीद कर वितरण दिखाकर भुगतान किया गया। जिस कारण से राज्यसभा सांसद रहे अजय प्रताप सिंह द्वारा डॉ.मिश्रा की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई थी। जिससे डॉ.मिश्रा को सीधी से हटाकर रीवा तबादला कर दिया गया था। डॉ बीएल मिश्रा द्वारा दिनांक 28/06/2023 से 13/09/2023 तक संतोष तिवारी लेखापाल द्वारा जितने भी बिलों का आहरण किया गया है, वह सभी देयक अभी भी संतोष तिवारी के पास हैं।
उनकी इन्ट्री हेतु अभी तक कैशियर एलके द्विवेदी को देयक प्रस्तुत नहीं किया गया, जो जांच का विषय है। तत्कालीन सीएमएचओ डॉ.बीएल मिश्रा द्वारा स्वयं का एवं प्रमोद तिवारी एमपीडब्ल्यू, जिसका उन्होंने लेखा शाखा में कार्य करने हेतु अटैचमेंन्ट किया था, का टीए बिल एक ही एमाउंट का दो-दो बार आहरण किया गया जो गंम्भीर वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है, जिसकी कॉपी भी दी गई है। देखना यह है कि इस मामले की जांच कब तक होती है, या फिर मामला फाइलों में ही दफन होकर रह जायेगा।