Talk of Dalit protection for vote bank, body of minor found in pieces on 17th day in Naigarhi:रीवा।सरकारें भले ही कितना भी दलित संरक्षण की बात करें लेकिन हकीकत यही है कि यह दावे सिर्फ वोटबैंक तक ही सीमित हैं। हकीकत देखी जाए तो वह इतनी भयावह है कि सुनने वाले की रूह कांप उठे, आए दिन दलित परिवार की बेटियां दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। ताला मामला मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र में सामने आया है। दुष्कर्म कर नाबालिक की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं शरीर को अलग-अलग टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह दफनाया भी गया। सुबह मामले की जानकारी होते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप है। लगातार वह थाने के चक्कर काटते रहे, जिन पर संदेह था पुलिस उन्हें थाने भी ले गई लेकिन नाबालिक का पता नहीं चल सका। 17वें दिन नाबालिक की लाश उसी के घर के समीप कंकाल में तब्दील हुई मिली।
क्या है मामला…
नईगढ़ी थाना अंतर्गत ग्राम हरदिहा 1055 में बीते 13 मई को रंजीत साकेत की 16 वर्षीय बेटी कंचन साकेत अचानक सुबह घर से गायब हो गई। पहले तो मां ने उसे खोजने का प्रयास किया लेकिन जब वह नहीं मिली तो उसके पिता को मामले की जानकारी दी गई। पिता प्रयागराज से वापस लौटा तो थाने में शिकायत कराई। जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु की। पिता रोज थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। मजबूरन पिता को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करनी पड़ी। जिसके बाद पुलिस ने पिता द्वारा जताए गए संदेह के अनुसार हिनौती निवासी मुकेश साकेत उम्र लगभग 28 वर्ष को पुलिस थाने ले आई लेकिन पूंछतांछ कर छोड़ दिया। इसके बाद भी मामले में लापरवाही बरती जाती रही। गुरुवार की सुबह नहर के लिए खोदे गए गड्ढे में मानव कंकाल पड़े होने की सूचना पड़ोसी ने दी तो नाबालिक लड़की के पिता वहां पहुंचे। कुछ दूर तक गए तो लड़की का कपड़ा वहा पड़ा हुआ था, जिससे पहचान हुई कि वह कंचन साकेत ही है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की। बताया गया कि कई जगहों पर शरीर को अलग-अलग टुकड़ों में दफन किया गया था जो अब नर कंकाल के रूप में तब्दील हो गया है। मामले में किसी सरोज साकेत को भी पूरी जानकारी होने की आशंका जताई गई है।
फोन में होती थी बात
नाबालिक के पिता ने बताया कि जिस पर उन्हें शंका थी, जब उसे पुलिस ने पकड़ा था तो उसने बताया था कि बेटी की बात कई लोगों से होती थी लेकिन उसने उनके नंबर नहीं दिए थे। बताया गया कि उनके घर में एक फोन था यह भी पुराना जिसकी एक बटन भी खराब थी। जिसमें जो नंबर सेव थे, उन्हीं में फोन लगाया जा सकता था लेकिन उसमें भी एक माह से रिचार्ज खत्म था। ऐसे में फोन में बात होने की बात कैसे मानी जा सकती है, हां यह हो सकता है कि आरोपियों ने उसे अलग से मोबाइल व सिम दी रही होगी। हालाकि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
नाबालिक के पिता की माने तो जब उनकी बेटी गायब हुई तो उसकी मां ने आस-पास के क्षेत्र में उसे खोजा था लेकिन कुछ नहीं दिखा लेकिन 17वें दिन उनकी बेटी के कपड़े घर से 300 मीटर दूरी पर ही मिले। जिससे यह साफ है कि दुष्कर्म कर उसकी बेटी की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि आशंका है कि बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी हुआ है, बेटी बाहर निकली होगी, आरोपी कई लोग रहे होंगे और उसे घसीट कर ले गए।
मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप है, बताया गया कि 13 मई से लगातार परिजन पुलिस की चौखटगुहार लगाने पहुंच रहे थे लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसकी का परिणाम रहा कि नाबालिक की हत्या हो गई। यदि पुलिस इसे गंभीरता से लेती तो ऐसा नहीं होता। पकड़े गए आरोपियों से कड़ाई से पूछातांछ भी नहीं की गई न ही उनकी कॉल डिटेल्स चेक की गई।
मामले को लेकर जांच की जा रही है, जल्द ही आरोपियों 6 की गिरफ्तारी की जाएगी।
अंकित सुल्या, एस डी ओ पी मऊगंज
मऊगंज जिले के लौर थाना क्षेत्र में एक लड़की के गुमसुदगी की डेढ़ माह पूर्व शिकायत दर्ज करायी गई थी। परिजनों द्वारा अपहरण की आशंका भी व्यक्त की गई है। जिन नंबरों में लड़की बात होती थी वे नंबर भी उपलब्ध कराए गए लेकिन लौर पुलिस ने कुछ पता नहीं लगा पायी है। किसी दिन उस लड़की के भी कंकाल मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया सकता। यदि लड़की फोन नंबरों की घटना के दिनांक के पूर्व की काल डिटेल एकत्रित की जाय और संबंधितों से पूछताछ की जाय तो मामले का खुलासा हो जाय लेकिन लौर पुलिस ध्यान नहीं दे रही है।