रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का ह्द्य रोग विभाग लगातार नए कीर्तिमान रच रहा है। विभागध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी के कुशल मार्गदर्शन में एक बाद एक जटिल प्रोसिजर कर मरीजों को राहत दी जा रही है। इसी क्रम में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के ह्द्य रोग विभाग ने नया कीर्तिमान रचा है। इस बार चिकित्सकों की टीम ने नई तकनीक ओसीटी(आप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी) के माध्यम से जटिल एंजियोप्लास्टी की गई है। बताया गया कि मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ्य है। मंगलवार को इस प्रोसीजर पर चिकित्सकों ने सफलता पाई और यह उपलब्धि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के नाम हुई। बताया गया कि प्रदेश के किसी भी शासकीय अस्पताल में अभी तक यह प्रोसिजर नहीं हुआ है और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने इस प्रोसिजर को कर प्रदेश में जिले का मान बढ़ाया है।
क्या है ओसीटी प्रक्रिया
विभागाध्यक्ष डॉ.व्ही डी त्रिपाठी की माने तो नई तकनीक ओसीटी(आप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी)में एक अतिसूक्ष्म आप्टिकल कैमरा वॉयर के टिप में होता है, जो रंगीन फोटो प्रोड्यूस करता है। जिसके माध्यम से जटिल एंजियोप्लास्टी की गई। बताया गया कि अभी कंपनी के एबॉट के आउट रीच प्रोग्राम के तहत यह मशीन अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध हुई है, जिसका प्रयोग कर यह जटिल प्रोसिजर पूरा किया गया।
टीम में यह रहे शामिल
इस जटिल एंजियोप्लास्टी की मरीज को अवश्यकता पड़ते ही विभागध्यक्ष डॉ.व्हीडी त्रिपाठी आगे और उनके द्वारा नई तकनीक के माध्यम से एंजियोप्लास्टी कर मरीज को राहत दी गई। उनके साथ टीम में डॉ.राकेश व टेक्रीशियन जय, सत्यम, सुमन,मनीष, शुधांशु व रिषभ मौजूद रहे। बता दें कि विभागध्यक्ष डॉ.व्हींडी त्रिपाठी के माध्य सफल प्रयासों से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के ह्द्य रोग विभाग में मरीजों को बड़ी राहत मिल रही है और प्रदेश स्तर पर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का मान बढ़ रहा है।
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नई तकनीक ओसीटी के माध्यम से एंजियोप्लास्टी की गई, यह प्रोसिजर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पहली बार किया गया। मरीज अब स्वस्थ्य है।
डॉ.व्हीडी त्रिपाठी, विभागध्यक्ष ह्द्य रोग विभाग सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा।
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