Sidhi Loksabha: A big truth came out regarding the victory of Dr. Rajesh Mishra:लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना का काम समाप्त होने के बाद अब लोग भाजपा-कांग्रेस को मिले मतों पर चर्चा कर इनके भविष्य को तय कर रहे हैं। सीधी संसदीय क्षेत्र में चितरंगी और ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा एवं सिहावल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की लीड रही है। दरअसल सीधी संसदीय क्षेत्र में शामिल 8 विधानसभा क्षेत्रों में से 7 में भाजपा की लीड रही। वहीं कांग्रेस को केवल सिहावल विधानसभा क्षेत्र से ही 3943 मतों की बढ़त मिली थी। ऐसे में साफ है कि भाजपा का जनाधार लोकसभा क्षेत्र सीधी में कम नहीं रहा। सिहावल को छोड़कर शेष 7 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की बढ़त कांग्रेस के ऊपर शुरू से अंत तक बनी रही। मतगणना शुरू होने के बाद से ही भाजपा की बढ़त कांग्रेस पर भारी रही। मतों का अंतर घटने की बजाय लगातार बढ़ता रहा। दरअसल 2007 केभारत निर्वाचन आयोगउप चुनाव में सीधी संसदीय सीट को भाजपा पूरी ताकत लगाने के बाद भी जीत नहीं पाई थी। बाद के चुनावों में भाजपा को लगातार जीत मिलती रही। अब यह स्थिति बन चुकी है कि सीधी सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है।
2024 में लगातार चौथी चार भाजपा को यहां से बड़ी जीत मिली है। इस जीत में सबसे बड़ा योगदान चितरंगी और ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का रहा। इसके अलावा दूसरे अन्य 6 विधानसभाओं से भाजपा को वोट मिले। इसी का नतीजा रहा कि भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजेश मिश्रा को रिकार्ड 2 लाख 6 हजार 416 मतों से बड़ी जीत मिली। दोनो लोकसभा चुनाव के रिकार्ड मेंअंतर किया जाए तो कांग्रेस के वोट बैंक में सिहावल को छोंड़कर शेष विधानसभा क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गई। सिहावल क्षेत्र में गत लोकसभा चुनाव 2019 और विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस 3 हजार 943 मतों से आगे रही।
सबसे ज्यादा झटका कांग्रेस को चितरंगी, ब्यौहारी व देवसर में लगा। यहीं से कांग्रेस को वोट बैंक सबसे ज्यादा खिसका। मतदाताओं का कांग्रेस से तेजी के साथ मोह भंग हुआ है। यही से पार्टी नेताओं ने कांग्रेस छोंड़ी और भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने अपने क्षेत्र में कांग्रेस के विरुद्ध प्रचार किया। इससे कांग्रेसका जनाधार कमजोर हुआ। उधर भाजपा की स्थिति पर नजर दौड़ाई जाए तो वर्ष 2009 से लगातार सीधी संसदीय क्षेत्र से कमल खिलता आ रहा है। कुछ राजनैतिक जानकारों का कहना है कि सीधी संसदीय सीट में जिस तरह से भाजपा की लहर दिखाई दे रही थी उसके कारण यह आभाष हो रहा था कि कांग्रेस के लिए जीत की डगर आसान नहीं है।
भाजपा का घटा वोट प्रतिशत
लोकसभा चुनाव 2024 में सीधी संसदीय क्षेत्र से भाजपा का वोट प्रतिशत घटा है। गत लोकसभा चुनाव में भाजपा को 54.44 प्रतिशत मत मिले थे। जबकि इस बार 50.92 प्रतिशत मत ही मिले हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि भाजपा के मतों में 3.52 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं कांग्रेस के मत प्रतिशत में आंशिक वृद्धि हुई है। गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 32.11 प्रतिशत तो इस बार 32.91 प्रतिशत मत मिले हैं। कांग्रेस के मत में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तत्संबंध में जानकारों का कहना है कि लोकसभा क्षेत्र सीधी में कांग्रेस पाटी के परंपरागत मतदाताओं की संख्या आज भी कम नहीं है। यह अवश्य है कि युवा मतदाताओं का रुझान भाजपा की ओर ज्यादा रहा है। वर्तमान में ऐसे बुजुर्गों की संख्या काफी ज्यादा है जो कि दशकों से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। कांग्रेस को भले ही चुनावों में शिकस्त मिल जाए लेकिन उनके जोश-खरोश में कोई कमी नहीं आती है। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में भी चुनाव पर चचर्चा शुरू होती है तो वहां ऐसे कई पुराने कांग्रेसी मिल जाते हैं जो कि पाटर्टी के जनाधार को कमतर नहीं मानते। उनका यह तर्क रहता है कि कांग्रेस पाटी काफी पुरानी पाटी है। जिसका जनाधार गांव-गांव तक फैला हुआ है। यह दीगर बात है कि कांग्रेस पार्टी संगठन को सक्रिय करने वाले समर्पित नेताओं की कमी अब धीरे-धीरं होती जा रही है।