भोपाल/सीधी। प्रदेश के सीधी जिले के विधायक केदाननाथ शुक्ला व उनके बेटे के खिलाफ शोसल मीडिया में वॉयरल की गई पोस्टो को लेकर बीते कुछ दिनों से सीधी में हड़कंप मचा हुआ है। मामल में एक रंगकर्मी को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद गुरुवार को कुछ फोटो शोसल मीडिया में इसी मामले से जुड़ी बताते हुए वॉयरल की जा रही थी, इस फोटो में कुछ पत्रकारों के होने की भी चर्चांए थी। जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान की दखल के बाद मामले पर कार्रवाई भी हुई है।
क्या है मामला..
जानकारी के मुताबिक सीधी के रहने वाले कनिष्क तिवारी जो कि एक पत्रकार हैं, उनके सहित उनका कैमरा मैन व कुछ अन्य लोंग इस फोटो में दिख रहे हैं। फोटो शोसल मीडिया में अर्धनग्र अवस्था में वॉयरल हो रही है, चर्चाओं के अनुसार यह फोटो थाने की है, जहा उनको अर्धनग्र अवस्था में रखा गया था, इसी दौरान किसी ने फोटो खींचकर शोसल मीडिया में वॉयरल कर दी। बता दें कि इस फोटो के वॉयरल होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई। कुछ फोटो में दिख रहे लोगो के पक्ष में थी तो कुछ उनके विपक्ष में इसे राजनीति से भी जोड़ा जा रहा था। चर्चाओं में कनिष्क तिवारी पर यह भी आरोप थे कि वह कानून हाथ में ले रहे थे व उनके खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज हैं, वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए जा रहे थे।
थाना प्रभारी लाइन अटैच
वहीं जानकारी के मुताबिक सीएम शिवराज सिंह चौहान तक थाने की अर्धनग्र अवस्था में फोटो वॉयरल होने का मामला पहुंचा, जिसके बाद उनके द्वारा सीधी प्रशासन व एसपी से बातचीत की गई और संबंधित थाना प्रभारी मनोज सोनी व एक अन्य पुलिस कर्मी अभिषेक सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इतना ही नही इस संबंध में मानवाधिकार आयोग ने भी 7 दिन के भीतर जबाब मंगा है। वही कनिष्क तिवारी की माने तो 2 अप्रैल को वह और उनका कैमरा मैन रंगकर्मी के गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे रंग कर्मियों की कवरेज के लिए गए हुए थे, लेकिन वहां पुलिस ने रंगकर्मियों के साथ उन्हें व उनके कैमरा मैन को भी पकड़ लिया और 3 अप्रैल की शाम छोड़ा। बताया कि इस दौरान रात को उन सभी के कपड़े उतरवाए गए, रात को 2 बजे उन्हें थाना प्रभारी के कक्ष में ले जाया गया जहां उनके साथ मारपीट की गई व फ़ोटो बनाकर वायरल की गई।