रीवा। अरबों रुपये नगर निगम ने मीठे पानी की व्यवस्था में जरूर खर्च कर दिए लेकिन शहर के अधिकतर क्षेत्रों में मीठा पानी नहीं पहुंच रहा है। जहां पानी पहुंच भी रहा है, वहां गंदा पहुंच रहा है। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। वार्ड क्रमांक 16 उर्रहट में सावी मदर स्कूल वाली गली से लेकर अमाहिया नाला तक बीते दो वर्षों से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। हालात यह हैं कि बदबूदार पानी के साथ ही में कीड़े-मकोड़े भी पहुंच रहे हैं। इसको लेकर वार्ड के लोगों ने करीब दो दर्जन शिकायतें की लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई।
मीठे पानी को लेकर स्थानीय लोग परेशान हैं। भीषण गर्मी के बीच एक बार फिर समस्या बढ़ी तो मीठे पानी के लिए स्थानीय लोग नगर निगम कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों को वीडियो और फोटो के माध्यम से दिखाया कि किस प्रकार से घरों में मीठे पानी की सप्लाई हो रही है। माना जा रहा है कि कहीं पाइप लाइट फूटी हुई है लेकिन इसका सुधार निगम प्रशासन नहीं करा रहा है, जिससे मीठे पानी की जगह घरों में बदबूदार गंदा पानी पहुंच रहा है।
सीएम से की शिकायत
स्थानीय निवासी उमेश अग्रिहोत्री, शारदा प्रसाद मिश्रा, विजय राज सिंह, विमलेन्द्र द्विवेदी, विजय चौरसिया, रामनारायण सिंह सहित अन्य ने बताया कि इस संबंध में निगमायुक्त को शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। बीते दो वर्षों में सीएम हेल्पलाइन सहित कई दफा विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन सुधार नहीं हुआ। जाने पर जिम्मेदार अधिकारी सीएमआर कंपनी के किसी न किसी कर्मचारी का नंबर दे देते हैं और कहते हैं कि जल्द ही सुधार होगा लेकिन बीते दो वर्षों से यही हालात बने हुए हैं।
आंदोलन की चेतावनी : स्थानीय लोगों ने कहा कि अब यदि सुधार नहीं हुआ तो वह नगर निगम कार्यालय में मजबूरन धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम की पीएचई शाखा में पदस्थ अधिकारी मनमानी कार्य करते हैं, उनके द्वारा सुनवाई नहीं की जाती है। मीठा पानी नहीं मिलने से गर्मी में समस्या बढ़ रही है, लोगों को मीठे पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।