Semaria MLA Abhay Mishra again made serious allegations, created a stir with the new allegations:रीवा। गुरुवार को कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस नेता व सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने जिला प्रशासन और सरकार पर निशाना साधा उन्होंने आरोप लगाया कि रीवा जिले में अराजकता का माहौल बना हुआ है जिसके चलते आम आदमी खास तौर पर युवा वर्ग भटक रहा है तथा डिप्रेशन का शिकार होता जा रहा है। श्री मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस महकमा केवल वसूली अभियान में जुटा हुआ है और इसका एक हिस्सा कुछ नेताओं की खुशामद में खर्च कर मनमानी करने में जुटा हुआ है।
उन्होंनेकहा कि पूरे जिले में लूट मचीहुई है। जिन अधिकारियों पर आरोप लगा रहता है उनका पनाहगाह रीवा बन चुका है। चर्चा के दौरान उन्होंने खनिज विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि रीवा जिले में हर क्रेशर प्लांट से एक लाख रुपये तक की माहवारी वसूली की जाती है और लगभग सभी को मिलाकर डेढ़ करोड़ तक की वसूली होती है। इन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यही स्थिति आबकारी विभाग में है। फर्जी बैंक गारंटी का मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जिस अधिकारी ने इस फर्जी गारंटी को लेकर ठेका दिया था आज वह सत्ताधारी नेताओं का चहेता बना हुआ है। इसी प्रकार उपार्जन केदो की चर्चा करते हुए कहा कि समिति प्रबंधक खाली बैठे हुए हैं और भाजपा नेताओं के दबाव में मोटी कमाई करने के लिए मन माफिक लोगों को केंद्र दिला दिया गया है। हर केंद्र में किसानों से लूट की जा रही है। भ्रष्टाचार के मामले में चर्चाओं में रहने वाले देवेंद्र तिवारी को नान का जिला प्रबंधक बनानेके साथ सीधी का भी प्रभार दे दिया गया था। भ्रष्टाचार का मामला खुला तो सजा के नाम पर केवल मूल विभाग भेज दिया गया ऐसे अपराधिक कृत्य करने वालों को बर्खास्त होना चाहिए था।
इन्होंने कहा कि रीवा नशे की मंडी के रूप में तब्दील होता जा रहा है यहां कोरेक्स नशीली कफ सिरप का समानांतर सिंडिकेट है। सभी मामलों की जानकारी पुलिस को रहती है। कार्यवाही के नाम पर केवल खाना पूर्ति होती है। शराब की बिक्री गांव-गांव पैकारों के माध्यम से हो रही है, जिसमें पुलिस का महीना बना रहता है। चारों ओर लूट का सूट की स्थिति बनी हुई है और जिले में अराजकता का माहौल बन चुका है। इन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं आप सभी से गुहार लगा रहा हूं कि रेवा को बचाने के लिए हम सबको आगे आना होगा क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में पूरा रीवा जिला जल सा रहा है।
इन्होंने इसके लिए सत्ता पक्ष को दोषी करार दिया। पत्रकार वार्ता के दौरान कई सरपंच भी मौजूद थे और उन्होंने भी अपनी पीड़ा व्यक्त की। वही सांव गांव की कई महिलाएं भी मौजूद थी, जो यह बता रही थी कि उनके घर गिरा दिया गये ऊपर से अब उनके ऊपर उल्टा मुकदमा भी चलाया जा रहा है। अब वह मजदूरी छोड़कर मुकदमे बाजी में उलझ चुकी है तथा दाने-दाने के लिए मोहताज हो रही हैं।