रीवा। संजय गांधी अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेड साइड एक्सरे की सुविधा नहीं मिल रही है। गंभीर हालत में भी मरीजों को चार मंजिल नीचे रेडियोलॉजी विभाग भेजा जाता है। बेड साइड एक्सरे के लिए कर्मचारी तैनात हैं लेकिन वह आनकानी करते हैं। मशीन खराब होने का बहाना बनाकर मरीजों को परेशान करते हैं। संजय गांधी अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों को बेड पर ही एक्सरे जैसी सुविधा देने की भी व्यवस्था है। इसके लिए रेडियोलॉजी विभाग में पदस्थ टेक्नीशियन की ड्यूटी भी लगाई जाती है। सभी की जिम्मेदारी तय है। हालांकि इस जिम्मेदारी का रेडियोग्राफर पालन नहीं कर रहे हैं। सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मेडिसिन विभाग तृतीय मंजिल में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों का बेड पर ही एक्सरे की सुविधा से वंचित किया जा रहा है। गंभीर मरीजों को भी मशीन खराब होने का बहाना बनाकर नीचे बुलाया जाता है। परिजन इस अव्यवस्था से परेशान हो रहे हैं। हालांकि यह सारी अव्यवस्था सिर्फ एक रेडियोग्राफर की वजह से सामने आ रही है। सारी मशीनें दुरुस्त हैं। फिर भी वार्ड में पहुंच कर एक्सरे करने से बचने के लिए रेडियोग्राफर ऐसी हरकतें कर रहे हैं।
एक्सरे मशीन है मौजूद
मेडिसिन विभाग को हाल ही में दो पोर्टेबल मशीनें मिली हैं। इसके पहले एक मशीन उपलब्ध थी। इन तीन में से दो पोर्टेबल मशीन चालू हालत हैं। इसके बाद भी रेडियोग्राफर मशीनों को बंद बताकर मरीजों को परेशान कर रहे हैं। उन्हें तीन मंजिल नीचे भेजा जा रहा है। इतना ही नहीं विभाग के डॉक्टरों को भी झूठी जानकारी देकर बच निकलते हैं।
इनकी है जिम्मेदारी लेकिन नहीं कर रहे पूरा
रेडियोलॉजी विभाग में पदस्थ रेडियोग्राफर अरुण साहू की ड्यूटी बेड साइड एक्सरे के लिए लगाई गई थी। यह अपनी ड्यूटी प्रॉपर नहीं करते। मरीजों को मेडिसिन वार्ड में एक्सरे करने से बचने के लिए मशीनों को ही खराब बताते हैं। रेडियोलॉजी विभाग में मरीजों की खुद जांच नहीं करते। ट्रेनी से ही सारा काम कराकर बचने की कोशिश करते रहते हैं। इनकी हरकतों से मरीज व उनके परिजन परेशान हैं।