रीवा। नगर निगम प्रशासन को जलकर की राशि वसूलने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। लोगों को मीठा पानी की सप्लाई देकर उनकी जेबे भी खाली कराई जा रही हैं लेकिन शहर की जनता को जलकर देना भारी पड़ रहा है। वर्तमान में उपभोक्ताओं के पास 70 करोड़ रुपये का जलकर बकाया है। शहर में जलकर नहीं देने वालों की संख्या हजारों में है। इनमे से 1000 बड़े बकायेदारों को जलकर की राशि वसूली के लिए नोटिस दिया गया है। नगर निगम द्वारा वसूली के लिए ही अवकाश के दिन शिविर लगाता है कि अधिक से अधिक जलकर की वसूली हो सके । नगर पालिक निगम रीवा में नगर के नागरिकों, व्यापारियों, शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए संपत्तिकर, जलकर उपभोक्ता प्रभार एवं किराया के प्रकरणों का निराकरण करने एवं बकाया राशि की वसूली के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया। महापौर अजय मिश्रा बाबा एवं एमआईसी सदस्य धनेंद्र सिंह बघेल एवं नगर निगम अधिकारी पहुंचे। शिविर में पहुंचे महापौर ने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शनिवार को नगर निगम में शासन के नियमानुसार छुट्टी रहती है फिर भी नगर निगम के अधिकारी संपत्तिकर विभाग, जलकर विभाग, किराया शाखा जोन क्रमांक 1, 2, 3 एवं 4 के अधिकारी तन्मयता के साथ काम कर रहे हैं। शनिवार को आयोजित शिविर में बकायादरों से मात्र 65 लाख तक की वसूली हुई। इसमें जलकरके अलावा अन्य टैक्स की राशि भी शामिल है। नगर निगम में उपभोक्ताओं के पास 70 करोड़ का जलकर बकाया है। रीवा के 1000 बड़े बकायेदारों को नोटिस दिया गया है। निगम प्रशासन ने रीवा के सभी बकायेदारों से अनुरोध किया है कि सभी लोग शीघ्रातिशीघ्र कर जमा करके इससे होने वाली परेशानी से बचें। इस अवसर पर महापौर ने बताया कि 158 करोड़ की निविदा जल्दी होने वाली है जिससे पूरे शहर में पानी की समस्या दूर होगी। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है। वार्डों की सफाई नियमित रूप से हो रही है। उनहोंने जनता से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक कर जमा करने में हमारा सहयोग करें। हम अपने घोषणा पत्र में किए वादों के अनुसार जलकर संपत्तिकर, शिक्षाकर कम करने के लिए बाध्य है, लेकिन शासन द्वारा अप्रैल माह में सभी करों में वृद्धि की गई। उस समय नगर निगम में कोई निर्वाचित प्रतिनिधि पार्षद या महापौर नहीं था। इसलिए उसको हम एम आई सी के माध्यम से पुन: विचार कर निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से कम करने के लिए पूर्ण कोशिश करेंगे। इस बावत शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा ताकि नगर निगम को और भी व्यवस्थित तरीके से संचालित किया जाकर जनता को राहत प्रदान किया जा सके। आपको बता दें कि महापौर अजय मिश्रा बाबा और ननि आयुक्त मृणाल मीना के कुशल मार्गदर्शन में निगम के बकाया की वसूली में काफी गति आई है। ननि आयुक्त मृणाल मीना के कार्यकाल में अब तक सबसे अधिक वसूली हुई है।
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