रीवा। शहर के वार्ड क्रमांक 26 छत्रपति नगर में रहने वाले गार्डन संचालक के पास कौन बनेगा करोड़पति से एक ऐसा फोन पहुंचा कि जिसको सुन वह खुद हैरान रह गए, दरअसल यह फोन उनको लगी 25 लाख रुपए की लॉटरी के लिए था। जो कि केबीसी से लगना बताया गया था। हालांकि जब इसकी पड़ताल की गई तो यह लॉटरी और फोन करने वाले फ्रॉड निकले। गार्डन संचालक की की समझ के चलते वह दो लाख की सायबर ठगी से बच गए। हालांकि इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को नहीं दी, लेकिन इस प्रकार के लगातार सामने आ रहे मामलो के बाद उन्होंने मीडिया से उक्त मामले की जानकारी दी ताकि इस प्रकार की सॉयबर ठगी से लोग सकर्त रहे और ठगी का शिकार न बने।
क्या है मामला…
बता दें कि वार्ड क्रमांक 26 में युगबंधन मैरिज गार्डन संचालक विपिन तिवारी ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले उनके पास एक कॉल आई थी, जिसमें उनको 25 लाख रुपए की लॉटरी लगना बताया गया व वट्सअप नंबर से एक लॉटरी टिकट भी भेजी गई,इस नंबर के फोन में सेव करने के लिए कहा गया और कहा गया कि नंबर को सेव कर वट्सअप पर ही कालिंग करे और इस राशि के भुगतान के लिए दो लाख रुपए की मांग की गई। पहले तो वह इस लॉटरी की बात को लेकर हैरान थे लेकिन जब ठगों ने रुपयो की मांग की तो उन्हें ठगी की आशंका हुई और उन्होंने किसी प्रकार की कोई गतिविधि नहीं की और वह ठगी से बच गए।
आकाश वर्मा के नाम से थी लॉटरी
विपिन तिवारी ने बताया कि उनके शक की सबसे बड़ी वजह जो लॉटरी उनको लगना बताई गई थी वह टिकट में किसी आकाश वर्मा के नाम से थी, उन्हें समझ आ गया कि ठगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि वह किसको फोन लगा रहे है। विपिन ने बताया कि यह उनका मोबाईल नंबर वर्ष 2003 में उन्होंने लिया था, हो सकता है इससे पहले यह नंबर किसी आकाश वर्मा के नाम रहा होगा इसलिए ठगों के पास वहीं रिकार्ड था, विपिन चूंकि एक व्यवसाई है तो उनके बैंक खातों में बड़े-बड़े ट्रांसजेक्शन होते रहते है जिससे ठग उन्हें अपना शिकार बनाना चाहते है।
नंबर न करें सेव
विपिन ने बताया कि ठगों द्वारा वट्सअप नंबर सेव करने के लिए कहा गया था, जिसकी जब उन्होंने जानकारी ली तो यह पता चला कि नंबर सेव करने से उनके पास अपनी कई सारी डिटेल्स सॉयबर के माध्यम से मिल जाती है जिसका उपयोग कर वह ठगी करते हैं। इसलिए इस प्रकार की कॉल से सतर्क रहने की जरूरत है बिना पड़ताल के इस प्रकार के किसी भी कॉल का जवाब न दे न ही वट्सअप पर रिप्लाई करें।
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