रीवा। सरकार ने 30 फीसदी बिलों में शराब दुकानों के लिए टेंडर फॉर्म क्या मांगा ठेकेदारों की लाइन लग गई। सिर्फ 12 शराब समूह के लिए ही अंतिम दिन 65 निविदा फार्म पड़े। इनमें से अधिक बोली लगाने वालों को ही शराब समूह आवंटित कर दी गई हैं। इस साल शासन को शराब दुकानों से बड़े आय की उम्मीद थी लेकिन झटका लग गया। करीब 39 करोड़ में घाटे का सौदा करना पड़ा। सभी 27 शराब समूह 346 करोड़ में ही फाइनल हो गईं।
ज्ञात हो कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए शासन ने वर्तमान वार्षिक मूल्य में 15 फीसदी वृद्धि करने का निर्णय लिया था। बढ़े हुए वार्षिक मूल्य के आधार पर ही आबकारी विभाग ने पहले ठेकेदारों से नवीनीकरण का ऑफर उनके सामने रखा था। इसके बाद लॉटरी बुलाई गई थी, लेकिन नवीनीकरण और लॉटरी में ठेकेदार सामने ही नहीं आए थे । इसके बाद ई टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। ई टेंडर प्रक्रिया में भी एक साथ शराब दुकानें नहीं उठीं । शुरुआती दौर में सर्वाधिक एक साथ सात शराब दुकानों का ही टेंडर हुआ था । इसके बाद इक्का-दुक्का ही शराब समूह उठती रहीं । सभी शासन से छूट मिलने की आस लगाए बैठे थे । इसके बाद आचार संहिता लागू होने पर टेंडर प्रक्रिया पर ही रोक लग गई। आबकारी विभाग ने निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन मांगा। जब अनुमति मिली तो फिर से टेंडर प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई। समय कम होने के कारण हर दिन टेंडर बुलाया गया। 27 मार्च से लगातार टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी ।
अंतिम दिन 31 मार्च को 12 शराब समूह शेष रह गए थे । इसके लिए निविदा बुलाई गई थी। आबकारी विभाग ने सभी शराब समूह का टेंडर फाइनल करने के लिए ठेकेदारों के सामने बम्पर छूट का ऑफर रख दिया । करीब 30 परसेंट तक बिलो में टेंडर स्वीकार करने की अनुमति दे दी गई । यही वजह है की अंतिम दिन रविवार को 12 शराब समूह के लिए सबसे अधिक 65 टेंडर फॉर्म पड़े। इसमें भी अधिक दर भरने वाले को ही शराब समूह आवंटित कर दी गई है । 31 मार्च को हुई निविदा के बाद रीवा और मऊगंज जिले की सभी 27 समूह का टेंडर फाइनल हो चुका है। सभी समूहों के लिए ठेकेदार भी मिल गए हैं । अब नये वित्तीय वर्ष से यही शराब ठेकेदार दुकानों का संचालन करेंगे।
385 करोड़ तय किया गया था वार्षिक मूल्य
रीवा और मऊगंज की 27 शराब समूहों के लिए आबकारी विभाग द्वारा इस बार वार्षिक मूल में 15प्रतिशत की वृद्धि की गई की थी। वित्तीय वर्ष 2023-24में रीवा जिला मऊगंज का वार्षिक मूल्य 335 करोड़ था, वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में 15 फ़ीसदी का इजाफा करने पर वार्षिक मूल 385 करोड़ पहुंच गया था। शासन को उम्मीद थी कि शराब दुकानों की नीलामी से विभाग को 400 करोड़ के ऊपर का राजस्व मिलेगा, हालांकि ऐसा नहीं हो पाया । 27 शराब समूहों के ई निविदा से सिर्फ यह आंकड़ा 346 करोड़ पर ही जाकर अटक गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में शासन को सिर्फ 10 करोड़ प्लस का फायदा हुआ है।
रविवार को वित्तीय वर्ष खत्म होने का अंतिम दिन था। 1 अप्रैल से सभी दुकानों के ठेके बदल जाएंगे। यही वजह रही कि शराब दुकानों के ठेकेदारों ने स्टॉक खत्म करने के लिए बंपर ऑफर निकाल दिया था। जिसका फायदा लेने के लिए शराब प्रेमी शराब दुकानों पर टूट पड़े थे । सुबह से ही यहां पर शराब खरीदने वालों की भारी भीड़ लगी रही। कई जगहों पर हालत तो यह थे की सड़कों पर जाम जैसी स्थिति बन गई थी।
ठेके के आखिरी दिन कई दुकानों में पानी के भाव बिकी शराब
रीवा। वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन यानि 31 मार्च सुरा प्रेमियों के लिए किसी पर्व से कम नहीं था। सुरा प्रेमियों ने न केवल छक कर शराब पी बल्कि सस्ती मिलने के कारण आगे आने वाले दिनों के लिए भी खरीदकर एडवांस में पीने का इंतजाम भी कर लिया। शहर की कई शराब दुकानों में रविवार को पानी के भाव शराब बिकी। शराब दुकानों में लोगों का मेला लगा हुआ देखा गया। लोग एक बोतल की जगह चार बोतल खरीद रहे थे और चार बोतल खरीदने वाले तो सीधे पेटी भर खरीदकर ले जा रहे थे। जिन शराब दुकानों में सस्ती शराब मिल रही थी उनमें सुबह से सुरा प्रेमियों की भीड़ लग गई थी। यह भीड़ देर रात्रि तक लगी रही। दुकानदार भी पूरा माल समाप्त करने के चक्कर में पानी के भाव शराब बेच रहे थे। महंगी शराब भी आधे से भी कम कीमत में बिक रही थी। गौरतलब है कि 31 मार्च का दिन शराब ठेकों के लिए आखिरी दिन था। लिहाजा जिन ठेकेदारों को नई दुकानें नहीं मिली है, वे ठेकेदार अपनी दुकान का स्टाक खत्म करने के लिए कोई भी रेट में शराब बेच रहे थे। शहर के जयस्तंभ चौक के पास स्थित शराब दुकान, झिरिया पुल के पास, सिरमौर चौराहा एवं पीटीएस चौराहा वाली शराब दुकानों में सुबह से शुरू हुआ ऑफर दिन बीतने के साथ बढ़ता गया। अंत में तो हालत यह हो गई कि एक बोतल की कीमत पर तीन बोतल तक शराब बेची की गई।
अंतिम दिन यह शराब समूह हुए फाइनल
शराब समूह राशि ठेकेदार
पीटीएस 232100000 मयंक सिंह
झिरिया 175302402 आरडी ट्रेडर्स
अमहिया 141414145 जेपी वेंचर्स
गोविंदगढ़ 101566666 अमन सिंह
चाकघाट 45390990 नाथूराम
हनुमाना 116800111 सृजन मेगावेंचर
डभौरा 53688888 निलेश राय
मनिकवार 63200000 विनीत
त्योंथर 29563000 राज वाइन
सिरमौर 111301008 सतीश शुक्ला
गुढ़ 94799999 लक्ष्मी जायसवाल
छिजवार 87399999 प्रेम चंद जायसवाल