रीवा। जिला प्रशासन द्वारा जिले भर में अभियान चलाकर अनुपयोगी और खुले बोरवेल बंद कराए जा रहे हैं। खुले बोरवेल, नलकूप एवं ट्यूबवेल के संबंध में जानकारी देने पर इनाम की घोषणा तक की गई है। बोरवेल के मालिक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करके कार्यवाही किये जाने का प्रवाधान किया गया है। इसके बावजूद लोगों द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है।
ग्रामीण अंचलों में अभी भी जिला प्रशासन की चेतावनी के बाद भी बोरवेल बस्तियों के बीच खेतों में खुले पड़े हैं। उन्हें ढंकने तक का प्रयास बोरवेल मालिकों द्वारा नहीं किया गया है।
जिला मुख्यालय से 5-6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सेमरिया विधानसभी क्षेत्र के गांव ग्राम अमवा में भुइयन नामक खेत में काफी समय से बोरवेल खुला पड़ा है। खेत मालिक द्वारा उक्त बोरवेल को ढंकने तक का प्रयास नहीं किया गया है। उक्त खेत में फसल की बोनी नही नहीं होने के कारण बच्चे उसे क्रिकेट के मैदान के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। दिनभर वहां पर छोटे-छोटे बच्चे भी खेलते हैं।
कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। अमवा गांव में बस्ती के बीचों बीच स्थित खेत में खुले पड़े बोरवेल के बारे में जिला प्रशासन को भी जानकारी दे दी गई है।
इस मामले की शिकायत प्रभारी अधिकारी से शिकायतकर्ता ने की थी लेकिन 24 घंटे भी जाने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही मामले को लेकर नहीं हुई। वहीं शिकायतकर्ता कब कहना है कि हाल ही में वहां बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे, खुले बोर में किसी बच्चे का कुछ सामान भी गिर गया था ग्रामीणों की सतर्कता रही कि बच्चों को वहां से दूर किया गया। बताया गया कि जो नंबर शिकायत के लिए प्रशासन ने जारी किया है उसे पर फोन लगाने पर भोपाल में बात होती है और भोपाल वालों ने इसके बाद रीवा का नंबर दिया। शिकायत कर्ता ने कहा कि प्रशासन इसे बंद कर दे भले इसके लिए मिलने वाला एक हजार का इनाम न दे।