रीवा। जिला अस्पताल में चिकित्सकों की मनमानी पर लगाम लगाने सिविल सर्जन डॉ. एमएल गुप्ता ने सख्त हिदायत दे दी है। जो डॉक्टर समय पर नहीं आएंगे उनका वेतन काट लिया जाएगा। हाजरी भी सार्थक ऐप से शुरू कर दी गई है। बता दें कि चिकित्सकों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए शासन स्तर से सार्थक ऐप से हाजरी के निर्देश दिए थे लेकिन जिला अस्पताल में एप से हाजरी नहीं लगाई जा रही थी। जिसके चलते चिकित्सक मनमानी अपनी सुविधा के अनुसार अस्पताल पहुंचते थे लेकिन अब सिविल सर्जन की सख्ती के बाद सार्थक ऐप से हाजरी शुरू कर दी गई है। परिणाम स्वरूप चिकित्सक समय पर अस्पताल पहुंचने लगे हैं। सिविल सर्जन डॉ. एमएल गुप्ता ने सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी की हाजरी सार्थक ऐप के माध्यम से भेजी जाएगी। जो जिस समय पर आएगा उसका वेतन उसी के अनुसार शासन स्तर से तैयार किया जाएगा। यदि किसी की वेतन कटौती होती है तो उसके जिम्मेदार वह खुद होंगे।
ओपीडी में होती थी देरी
बता दें कि चिकित्सको के देरी से आने से सबसे ज्यादा समस्या ओपीडी में आने वाले मरीजों को होती थी, चिकित्सक समय पर मिलते नहीं थे, कई बार हालात यह बनते थे कि 11.30 बजे तक कई चिकित्सक कुर्सी पर नहीं दिखते थे। हालांकि इस व्यवस्था के बाद मरीजों को राहत मिलेगी और चिकित्सक समय पर आएंगे। 10 बजे चिकित्सकों को अस्पताल में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
नाइट ड्यूटी में नही मिलते थे
बता दें कि कई बार ऐसा हुआ है कि नाइट ड्यूटी में चिकित्सक नदारद मिले हैं, हालांकि यह खेल हाजरी लगाने के बाद भी चल सकता है लेकिन यदि सख्ती रही तो चिकित्सको की इस मनमानी पर विराम लग जाएगा। सबसे अधिक समस्या रात में एमएलसी को लेकर होती है, चिकित्सक रात में इमरजेंसी ड्यूटी में नदारद रहते हैं। बताया गया कि अब चिकित्सकों को 6 बजे शाम को उपस्थिति देनी होगी नहीं तो वेतन में कटौती होगी।