रीवा। जड़कुड़ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पिता ने अपनी बेटी से साथ हुई ज्यादती को लेकर आरोपियों के परिजनों के पास शिकायत लेकर पहुंचे तो आरोपियों के परिजनों ने बेटे के खिलाफ किसी तरह की बात सुनने तक को तैयार नहीं हुए। यहां तक कि उन्हें वहां से दुत्कार कर भगा दिया गया। और आरोपियों ने पीडि़ता कावीडियो वायरल कर दिया है। वीडियो वायरल होने के बाद पीडि़ता के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस जब आरोपियों के घर में पहुंची तो घटना जानकर परिजनों के होश उड़ गए। अचानक परिजनों को समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें। आखिरकार परिजनों ने आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं इस घटना में शामिल अपने पुत्रों को कड़ी सजा देने की भी बात कही है। लेकिन उन्होंने इसके लिए पूरे परिवार के लोगों को सजा देते हुए घर गिराने की घटना को लेकर सवाल भी उठाए है। पीडि़ता के परिजनों ने जागरण को बताया पीडि़ता नवरात्रि में गांव के दुर्गा पंडाल में नियमित दर्शन के लिए जाती थी। घटना के दिन 1 अक्टूबर को रात 8 बजे घर से निकली थी, दुर्गा आरती के बाद वह घर लौट रही थी। तभी रास्ते में आरोपियों ने पीडि़ता को रोककर पकड़ लिया। इसके बाद सड़क के कुछ दूर पहाड़ी पर ले जाकर दुष्कर्म किया। इस दौरान आरोपियों ने वीडियो भी बनाया और पीडि़ता को धमकी दी कि यदि घटना के बारे में किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे। यही कारण है कि पीडि़ता ने पहले आरोपियों के द्वारा उसकी लॉकेट लूटने की जानकारी पिता को दी थी। जिसे लेकर वह आरोपियों केविंध्यवाणीपरिजनों के घर जाकर जानकारी दी, लेकिन परिजन कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे। इसकी जानकारी होने पर आरोपियों ने वीडियो वायरल कर दिया। एडीजी व एसपी पहुंचे घटना स्थल: सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर शुक्रवार को एडीजी व्यकंटेश्वर राव और डीआईजी मिथिलेश शुक्ला और पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन घटना स्थल का निरीक्षण किया है। इसके साथ में मामले की जांच के लिए एसपी ने एसआईटी गठित की है। जिससे की इस जघन्य अपराध में आरोपियों को सख्त सजा दिलाई जा सके।
घटना स्थल के नजदीक है घर
परिजन बताते हैं कि जहां पर घटना हुई है, वहीं कुछ दूर पर ही घर था, लेकिन नवरात्रि के कारण देवी पंडालों में चल रहे लाउड स्पीकर में गानों के शोर के कारण पीडि़ता की आवाज घर तक नहीं पहुंची। वहीं घटना के बाद पीडि़ता सीधे घर चली गई और सोने की लॉकेट आरोपियों के द्वारा छीनने की जानकारी घर वालों को दी।
सजा की गुहार
इस घटना के लेकर आरोपी विमलेश पटेल के पिता रामदेव पटेल ने कहा कि बेटे ने अपराध किया है तो उसे सजा मिले, परिवार को नहीं । प्रशासन ने बेटे के अपराध में शामिल होने को लेकर हमारी निजी जमीन पर बना मकान अचानक अवैध निर्माण बताकर गिरा दिया है। यह उचित नहीं है। उन्होंने कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया कि पहले जब मकान बना तब वैध था, लेकिन अचानक बेटे के अपराध करने के बाद ही यह अवैध कैसे घोषित हो गया। परिजनों को कहना है कि वह अपराध में शामिल बेटे के पक्षधर नहीं है लेकिन बेटे के अपराध की सजा परिवार के अन्य सदस्यों को देना उचित कदम नहीं है।
हाई स्कूल अनुत्तीर्ण हंै आरोपीगण
बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपी सीताराम पटेल पिता शिव कुमार पटेल उम्र 20 वर्ष निवासी जड़कुड़ थाना हनुमना, विमलेश पटेल पिता रामदेव पटेल उम्र 18 वर्ष 06 माह निवासी जड़कुड़, सिरताज अली पिता मौहयाद्दीन उम्र 18 वर्ष 06 माह निवासी जड़कुड़ थाना हनुमना, राजबहादुर यादव पिता रामनाथ यादव उम्र 21 वर्ष निवासी जड़कुड़ थाना हनुमना सहित दो बाल अपचारी बालकों को गिरफ्तार किया है। इनमें सभी आरोपी हाई स्कूल अनुत्तीर्ण हैं। इनमें कई आरोपी स्थानीय स्तर में ट्रैक्टर चालक व जेसीबी ऑपरेटर का काम करते थे।
इस मामले की एसआईटी जांच प्रांरभ कर दी गई है। घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए जा रहे हंै जिससे कि आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके। घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस ने तत्परता पूर्वक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
नवनीत भसीन, एसपी,रीवा