रीवा. आज एक अप्रैल से कई परिवर्तन होंगे। जमीन खरीदने वालों को अब अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। शासन द्वारा बनाई गई नई गाइड लाइन आज से प्रभावी हो जायेंगी। नई गाइड लाइन लागू होते ही रीवा व मऊगंज जिले के भूमियों के दाम बढ़ जायेंगे। दाम बढ़ते ही खरीदारों को रजिस्ट्री कराने में ज्यादा स्टांप शुल्क चुकाना पड़ेगा।
ज्ञात हो कि रीवा और मऊगंज जिला से पंजीयक महानिदेशक ने जमीनों की कीमतें बढ़ाने का प्रस्ताव मांगा था। जिला मूल्यांकन समिति से प्रस्ताव पर चर्चा करने के बाद फाइनल दरें भोपाल भेज दी गई थीं, जिस पर मुहर भी लग गई थी। नई दरें आज 1 अप्रैल से अमल में भी आ जाएंगी। नई दरें लागू होने पर शहर से लेकर गांव तक की जमीनें महंगी हो जाएंगी। लोगों की जमीन की खरीदी करने पर ज्यादा पंजीयन शुल्क अदा करना होगा। कुछ जगहों पर विसंगतियां भी थी। जमीन की दरें एक ही जगह पर अलग अलग थी। उन विसंगतियों को भी दूर किया गया है।
औसतन 5.5 फीसदी बढ़ाई गई दरें
जमीन की कीमतों में 5 फीसदी न्यूनतम और 100 फीसदी तक अधिकतम वृद्धि की गई हैं। यह सब कुछ लोकेशन पर हुई रजिस्ट्रियों के आधार पर तय किया गया है। इसमें कुछ ऐसे भी लोकेशन हैं जहां सड़क के एक तरफ दरें अधिक थी और दूसरी तरफ कम थी। लेकिन डिमांड दोनों ही जगह बराबर थी। ऐसे में दोनों ही जगहों पर दरें बराबर की गई हैं। कई ऐसी कॉलोनियां थीं, जिनकी कीमतें कम थीं, उन्हें भी बढ़ाया गया है। मऊगंज के कुछ लोकेशन में जमीनों की डिमांड बढ़ी हैं। इसके कारण वहां भी दरों में इजाफा किया गया है। खटरवरी कस्बा एरिया है। यहां जमीनों की डिमांड ज्यादा है। जमीन भी महंगी हैं। इसके कारण यहां भी जमीनों की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। रीवा और मऊगंज में औसतन 5.5 फीसदी तक जमीनों की कीमतें बढ़ाई गई हैं।