रीवा। 35 लाख रुपए खर्च कर टोंस वाटर फॉल को मनोरंजन क्षेत्र बनाया गया था। घटिया काम के कारण चंद महीने भी नहीं चल पाया। रेलिंग और सीढिय़ां टूट गई थीं। पर्यटक के घायल होने के बाद अक्टूबर 2020 में इसे बंद कर दिया गया था। अब दो साल बाद वन विभाग इसे दोबारा शुरू करने की तैयारी में है। टूट रेलिंग दुरुस्त कराने की योजना बनाई जा रही है। अक्टूबर से पर्यटक टोंस वाटर फॉल का लुत्फ बिना रोकटोक के उठा सकेंगे।
ज्ञात हो कि टोंस वाटर फॉल को मनोरंजन क्षेत्र घोषित किया गया था। यहां पर्यटकों को घूमने के लिए व्यवस्थाएं बनाने के लिए ईको पर्यटन विभाग से लाखों रुपए मिले थे। इस राशि से तत्कालीन डीएफओ विपिन पटेल ने निर्माण कार्य कराया था। निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर शुरू से ही सवाल खड़े हो गए थे। मामले में शिकायत और जांच भी हुई, लेकिन सब में लीपापोती कर दी गई थी। घटिया काम का नतीजा ही था कि कुछ महीने में ही इसे वॉटर फॉल को पर्यटकों के घूमने के लिए ही बंद कर दिया गया। रेंजर सिरमौर ने डीएफओ को पत्र लिखकर टोंस वाटर फॉल मनोरंजन क्षेत्र को पर्यटकों के लिए असुरक्षित बताया था। सके बाद ही वर्ष 2020 में टोंस वॉटर फॉल में ताला लग गया था। वन विभाग के कर्मचारियों को यहां रोकटोक के लिए तैनात कर दिया गया था। इसके बाद भी पर्यटक चोरी छिपे यहां पहुंचते रहे। कई पर्यटकों के साथ मारपीट और लूटपाट भी हुई। अब यह पर्यटन क्षेत्र पुलिस के पहरे में है। भले ही टोंस के कर्मचारी यहां तैनात हैं लेकिन पुलिस की अनुमति के यहां कोई नहीं जा सकता।
युवक के घायल होने पर बंद हुई थी इंट्री
टोन्स वाटर फॉल मनोरंजन केन्द्र सिरमौर में लगी सीढ़ी एवं स्टील रेलिंग टूटने के कारण 18 अक्टूबर 2020 को एक पर्यटक गिर गया था। इसके बाद ही वन विभाग ने यहां की इंट्री पर रोक लगाई थी। हाल ही में लुक छिप कर लोगों की इंट्री हो रही थी। एक परिवार के साथ हाल ही में लूटपाट और गाड़ी में तोडफ़ोड़ भी हुई थी। इसके बाद पुलिस ने पहरा बैठा दिया है। .
करीब 35 लाख रुपए मिले थे
टोंस वाटर फॉल को मनोरंजन केन्द्र के रूप में तैयार करने के लिए ईको पर्यटन विभाग से वन विभाग को करीब 35 लाख रुपए मिले थे। इस राशि से क्षेत्र को पर्यटकों के लिए बेहतर बनाने के लिए काम करना था। कुर्सियां, रेलिंग, सीढिय़ां आदि इसी राशि से लगाई गई थी। अब सारी चीजें टूट चुकी हैं। इसे सुधारने में ही लंबा समय लग रहा है।
दो साल इंतजार में गुजर गए
अक्टूबर 2020 में टोंस वाटर फाल को बंद किया गया था। टूटे फूटे रेलिंग को सुधारने की वन विभाग ने सुध नहीं ली। इसी वजह से पर्यटकों केा यहां जान जोखिम में डालकर चोरी छिपे पहुंचना पड़ रहा है। यह पहले से और ज्यादा खतरनाक हो गया है। अब वन विभाग ने सुधारने का मन बनाया है। बारिश के बाद इसके सुधार का काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक पर्यटकों को टोंस वाटर फॉल में घूमने का फिर से मौका मिल जाए।
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