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रीवा. नेशनल हाइवे क्रमांक 39 के रीवा-सीधी के मध्य मोहनिया पहाड़ की घाटी में ट्विन टॺूब टनल का कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही इसके लोकार्पण की तैयारी की जा रही है। छह लेन की इस टनल के लिए सुरक्षा मानक तैयार किए जा रहे हैं। जल्द ही इसकी गाइडलाइन जारी की जाएगी। बताया जा रहा है कि टनल के भीतर से ज्वलनशील और विस्फोटक सामग्री का यदि परिवहन किया जाएगा तो निगरानी में रहेगा। जरूरत के हिसाब से टनल के भीतर उक्त वाहनों से दूसरे वाहनों की दूरी भी बढ़ाई जा सकेगी। इस टनल के लोकार्पण की तैयारी की जा रही है।
कुछ दिन पहले ही विशेषज्ञों की एक टीम ने इसका निरीक्षण किया है और उसी समय यह बात सामने आई थी कि ज्वलनशील और विस्फोटक सामग्री लेकर जाने वाले वाहनों को प्रवेश देने से पहले गाइडलाइन के अनुसार उसकी निगरानी की जाएगी। हालांकि यह भी बात कही जा रही है कि अभी मोहनिया घाटी से होकर जो रास्ता सीधी को जाता है, वह बंद नहीं किया जाएगा और उसे ही विकल्प के रूप में उपयोग किया जाएगा।
जिसमें डीजल-पेट्रोल के टैंकर, गैस सिलेंडर वाले ट्रक और विस्फोटक सामग्री वाले वाहनों को पुराने रास्ते से ही भेजने की तैयारी है। इस पर विभाग की ओर अभी कुछ आधिकारिक रूप से नहीं कहा जा रहा है, क्योंकि टनल से होकर यात्रा करने की गाइडलाइन केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित की जा रही है। वहां से ही आधिकारिक रूप से दिशा निर्देश जारी होंगे।
लोकार्पण में पेंच
ट्विन टॺूब टनल के लोकार्पण की तैयारी की जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इसे बेहतर प्रोजेक्ट बताते हुए फोटो शेयर की थी। स्थानीय प्रशासन ने 10 नवंबर के आसपास की तारीख लोकार्पण के लिए प्रस्तावित की है। इसके कुछ दिन ही शेष हैं। लिहाजा, लोकार्पण तिथि बढ़ सकती है। वजह गुजरात व हिमांचल प्रदेश के चुनावी दौरों के बीच ही कोई तारीख तय होगी। इसके साथ ही विंध्य के दूसरे कई प्रोजेक्ट भी इसके लोकार्पण के साथ शामिल करने की तैयारी है।
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1000 की है लागत
एनएचएआई द्वारा रीवा-सीधी मार्ग के मोहनिया पहाड़ में बनाए गए इस टनल का कार्य पूरा हो चुका है। दोनों तरफ इसकी निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाने का कार्य आखिरी चरण में है। इस टनल की लंबाई 2.28 किलोमीटर है और लागत 1004 करोड़ रुपए है। छह लेन की इस टनल में सात स्थानों पर आपस में जुड़ाव भी है ताकि भविष्य में किसी कारणवश आवागम बाधित नहीं हो।
वर्ज़न…
टनल से कोई वाहन गुजरने में प्रतिबंध जैसी बात नहीं है लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ विशेष वाहनों को निगरानी में भेजा जाएगा। इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी होगी। कार्य पूरा हो चुका है, जल्द ही लोकार्पण की तैयारी है।
सुमेश बांजल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई