रीवा। शोसल मीडिया में एक कार्यवाहक महिला जन शिक्षक की लापरवाही की खबरें मंगलवार को वायरल हुईं। इन खबरों के वायरल होने के बाद महिला ने बीआरसीसी और पूरे सिस्टम को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। बीआरसीसी पर गंभीर आरोप मढ़ दिए। मामले ने अब तूल पकड़ लिया है।
यह पूरा मामला मार्तण्ड स्कूल क्रमांत तीन की कार्यवाहन जन शिक्षक रीना मिश्रा से जुड़ा हुआ है। रीना मिश्रा जन शिक्षक के साथ ही शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय दोही में माध्यमिक शिक्षक विज्ञान के पद पर पदस्थ हैं। महिला शिक्षक के खिलाफ सोशल मीडिया में जमकर खबरे वायरल हुई। इन पर कक्षाएं न लेने और लारपवाही का आरोप लगाया गया। स्कूल में ज्यादा समय तक नहीं रहने और कक्षाएं नहीं लेने के वायरल खबरों के बाद महिला जन शिक्षक ने भी पलट वार कर दिया। उन्होंने बीआरसीसी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। साथ ही उन्होंने अपने कार्यों और वर्कलोड की भी सफाई दी। शिक्षक रीना मिश्रा का कहना है कि मार्तण्ड स्कूल क्रमांक तीन में जन शिक्षक के रूप में जिला शिक्षा केन्द्र द्वारा कार्यानुमति पर ही पदस्थ किया गया है। वह 2 साल से काम कर रही हैं। किसी तरह की शिकयत उनके खिलाफ नहीं आई। मामला तब बिगड़ा जब बीआरसीसी ने उन्हें प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। जन शिक्षक रीना मिश्रा का कहना है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम में स्पष्ट है कि पहले तीन शिक्षक गणित, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी के होगे। इसमें गणित का शिक्षक ही विज्ञान का अध्यापन करेगा। छात्र संख्या ज्यादा होने की स्थिति में तीन अन्य शिक्षक विज्ञान, हिंदी, संस्कृत के होंगे। माध्यमिक शाला दोही में विज्ञान विषय में प्रधानाध्यापक पदस्थ हैं। गणित में श्रीमती एकता शुक्ला हैं। फिर भी उन्हें कक्षा में न पढ़ाए जाने के नाम पर बदनाम किया जा रहा है।
जन शिक्षक ने की थी बीआरसीसी की शिकायत
जनशिक्षक रीना मिश्रा ने संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल को पत्र लिखकर बीआरसीसी प्रवीण कुमार शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाए। शिकायती पत्र में उन्होंने लिखा है कि वह माध्यमिक शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय दोही संकुल केन्द्र निपनिया में पदस्थ हैं। वर्तमान में जिला शिक्षा केन्द्र कार्यालय के आदेशानुसार जन शिक्षा केन्द्र मार्तण्ड क्रमांक 3 में जन शिक्षक हैं। जन शिक्षक पद पर कार्य करने के दौरान से ही बीआरसीसी प्रवीण शुक्ला उन्हें लगातार परेशान कर रहे हैं। उन पर बुरी नीयत रखते हैं। जबरदस्ती कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हैं। मिलने आने का दबाव बनाते हैं। इसके अलावा भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले की जांच करा कर बीआरसीसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।