रीवा। लोकायुक्त एसपी के लाख प्रयासों के बाद भी रिश्वतखोरो पर लगाम नहीं लग पा रही है, एक के बाद एक रिश्वतखोर पुलिस की गिरफ्त में आते जा रहे है। शुक्रवार को रजिस्टार कार्यालय रीवा में उस वक्त हड़कंप मच गया जब रिश्वतखोर स्टैनो को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ धर दबोचा। 12 हजार की रिश्वत लेते स्टैनों को दबोचा गया, जिसमें डिस्ट्रिक रजिस्टार की भूमिका भी बताई जा रही है, हालांकि फिलहाल लोकायुक्त टीम की कार्यवाही जारी है और जांच की जा रही है।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक दीपक पांडेय निवासी गुलाब नगर द्वारा गत जून 2021 में दो रजिस्ट्रयां एक अपनी मां और दूसरी मौसी के नाम कराने के लिए स्लॉट बुक कराया था, जिसमें उसके द्वारा 1.20 लाख रुपए खर्च किया गया था, किसी कारण बस जब रजिस्ट्री नहीं हुई तो उसने रुपए वापस लेने के लिए आवेदन किया। इसके लिए वह लगातार डिस्ट्रिक रस्टिार सहित स्टैनो से संपर्क करता रहा लेकिन परिणाम नहीं निकला। पिछले सप्ताह वह अपनी नोकरी से वापस आया तो वह फिर रजिस्टार से मिला और रुपए वापस नहीं होने की बात बताई। पीडि़त ने बताया कि डिस्ट्रिक रजिस्टार ने उसे स्टैनो धीरेन्द्र तोमर से मिलने की बात कही, जब वह मिला तो धीरेन्द्र तोमर ने 12 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। मामले की शिकायत पीडि़त ने लोकायुक्त पुलिस से की जिसके बाद जांच कर शुक्रवार को 12 हजार की रिश्वत लेते स्टैनो को रंगे हाथ पकड़ लिया गया। कार्यवाही अभी जारी है।
डिस्ट्रिक रजिस्टार का भी हिस्सा!
बता दें कि पीडि़त ने बताया कि उससे स्टैनो धीरेन्द्र तोमर ने कहा कि 12 हजार रुपए लगेंगे जिसमें 6 हजार रुपए डिस्ट्रिक रजिस्टार व 4 हजार रुपए उसके व 2 हजार रुपए अतिरिक्त खर्च आएगा। पीडि़त के इस बात पर डिस्ट्रिक रजिस्टार की भी भूमिका इस रिश्वतखोरी के मामले में सवालो पर है जिसकी लोकायुक्त पुलिस अपने स्तरर पर जांच कर रही है। बता दें कि लगातार लोकायुक्त पुलिस द्वारा रिश्वतखोरो को पकड़ा जा रहा है लेकिन इनकी तदात घटने की जगह बढ़ती ही जा रही है।
०००००००००००००००