रीवा। मनिकवार समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बीते दिन हुई नवजात बच्ची की मौत मामले में स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य केन्द्र में ताला बंद था और महिला का प्रसव 108 एम्बुलेंस में ही हो गया, जिसके 20 मिनट बाद ही नवजात की मौत हो गई। महिला भी एम्बुलेंस में रोती-बिलखती रही और उसे उपचार नहीं मिला। जिसके बाद उसे घर छोड़ दिया गया। जब मामले में हो-हल्ला हुआ तो सोमवार को यहां पदस्थ्य डाक्टर सहित बीएमओ व अन्य संविदा स्टॉफ को नोटिस जारी किया गया। जांच के लिए एक चार सदस्यीय टीम भी गठित की गई जो बुधवार को स्वास्थ्य केन्द्र जांच करने पहुंची। टीम महिला के घर भी गई। डाक्टर के बयान भी लिए गए। बीएमओ भी पहुंचे और महिला से भी बयान लिया गया। जिसमें सामने आया कि उसे पेन तो सुबह हुआ लेकिन वह दोपहर तक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच सकी।
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आशा से फोन नहीं उठाया
बता दें कि महिला ममता रावत पति सुखलाल रावत निवासी मढ़ ने जांच टीम को इस मामले को लेकर बताया कि रविवार की सुबह करीब 10 बजे उसे प्रसव पेन हुआ, जिसके बाद उसके द्वारा आशा कार्यकर्ता को फोन लगाया लेकिन उसके द्वारा उठाया गया नहीं, वह घबरा गए और दर्द से महिला कराहती रही। परिजन भी परेशान हो गए। इसके बाद 108 एम्बुलेंस को कॉल किया गया।
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ढ़़ाई घंटे में पहुंची एम्बुलेंस
महिला ने जांच टीम को बताया कि करीब एक बजे प्रसव पेन ज्यादा होने पर उनके द्वारा 108 एम्बलेंस को सूचना दी गई, जिसके बाद करीब 3 बजे एम्बुलेंस आई और वह 3.30 बजे मनिकवार समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे लेकिन वहां ताला बंद था। प्रसव एम्बुलेंस में हो गया और नवजात की मौत हो गई। बता दें कि महिला का बयान इस पूरे मामले में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हैरानी इस बात की है कि 7 किमी. की दूरी महिला के गांव और समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनिकवार की थी लेकिन उसे यहां पहुंचने में साढ़े पांच घंटे लग गए।
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डाक्टर नहीं मिले, चालक को बुलाया
बता दें कि जांच टीम को उस दिन मनिकवार स्वास्थ्य केन्द्र में जिस डाक्टर डॉ.आशुतोष पटेल की पदस्थापना है वह नहीं मिले, वह भोपाल किसी टे्रनिंग में गए हुए थे। वहीं एम्बुलेंस चालक को भी बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचा, अब टीम ने उसे गुरुवार को मुख्यालय बुलाया है। उसके भी बयान लिए जाएंगे, इसके बाद रिपोर्ट सीएमएचओ को दी जाएगी। जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही होगी। हालांकि जिम्मेदार अपनी ओर से स्पष्टीकरण देने में जुटे हुए हैं लेकिन कार्यवाही लगभग तय है।
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जांच टीम में यह शामिल
सीएमएचओ डॉ.एनएन मिश्रा द्वारा मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की थी, जो तीन दिन के अंदर जांच कर सीएमएचओ को सौंपेगी। जांच टीम में डॉ.अनुराग शर्मा, डॉ.एसडी कोल, डॉ.केबी गौतम व स्टॉफ नर्स कंचन पाठक को शामिल किया गया है। वहीं जांच करने पहुंचे थे।
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वर्जन
जांच टीम गई थी, महिला सहित चिकित्सकों के बयान लिए गए हैं। एम्बुलेंस चालक के बयान नहीं हुए हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
डॉ.एनएन मिश्रा, सीएमएचओ रीवा।
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