रीवा। रीवा-मिर्जापुर रेलवे लाइन का रूट बदलेगा। पुराना सर्वे निरस्त कर दिया गया है। अब नया सर्वे इलाहाबाद मंडल कराएगा। गोविंदगढ़ स्टेशन से ही नई रेलवे लाइन मिर्जापुर से निकालने की योजना है। सर्वे की तैयारी जबलपुर रेल मंडल ने कर ली थी। वन विभाग से एनओसी भी ले ली थी, लेकिन ऐने मौके पर ही मंडल चेंज हो गया। ज्ञात हो कि रीवा रेलवे स्टेशन से लाइन का विस्तार होना है। रीव से सिंगरौली रेलवे लाइन और रीवा मिर्जापुर रेलवे लाइन प्रस्तावित हैं। दो रेलवे लाइन में से एक का काम शुरू हो गया है। रीवा से सिंगरौली तक की रेलवे लाइन का काम जोर पकड़ चुका है। जमीन अधिग्रहण के बाद पटरी के लिए बेस तैयार करने का काम शुरू हैं। वहीं दूसरी तरफ रीवा मिर्जापुर रेलवे लाइन को लेकर भी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। पहले इस रूट के निर्माण की जिम्मेदारी पश्चिम मध्य रेलवे के पास थी। रेलवे मंत्रालय ने अब इस रूट का काम इलाहाबाद मंडल को दे दिया है। सर्वे से लेकर रेलवे ट्रैक बिछाने का काम इलाहाबाद रेलवे मंडल देखेगा। सर्वे को लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
पश्चिम मध्य रेलवे ने रीवा से मिर्जापुर तक रेलवे लाइन बिछाने के लिए पहले सर्वे किया था। सर्वे में रेल लाइन सिरमौर से होते हुए मऊगंज से मिर्जापुर जानी थी। अब यह रेलवे रूट गोविंदगढ़ से निकल कर गुढ़ होते हुए मऊगंज पहुंचेगी। उसके बाद मिर्जापुर के लिए आगे बढ़ेगी। रीवा जंक्शन नहीं बन पाएगा। नए सर्वे में गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन को ही विकसित करने की योजना है। गोविंदगढ़ स्टेशन से ही मिर्जापुर और सीधी, सिंगरौली के लिए रेलवे लाइन निकालने की तैयारी है। अब ऐसे में गोविंदगढ़ ही जंक्शन बनेगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में रीवा सिंगरौली रूट को बजट में राशि की घोषणा की गई है। पिछले साल सिर्फ 40 करोड़ रुपए ही मिले थे, जो सिर्फ टनल में ही खर्च हो गए थे। इस मर्तबा भी बजट में घोषणा हुई है। यदि घोषणा के अनुसार बजट से राशि मिली तो गोविंदगढ़ तक रैल दौड़ जाएगी। इस रूट में लगभग काम पूरा है। सिर्फ दो पुलिया बनानी है। इसके बाद रेल पटरियों के बिछाने का काम शुरू हो जाएगा।
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